हरियाणा में थमा चुनावी शोर, सभी पार्टियों का फोकस 21% दलित वोटरों पर, मोदी ने याद दिलाया गोहाना-मिर्चपुर कांड
Oct 4, 2024, 16:12 IST
| 
हरियाणा में चुनावी प्रचार थम चुका है। इस बार सभी पार्टियों का फोकस 21 फीसदी दलित वोटरों पर है। बीजेपी से लेकर कांग्रेस, इनेलो-बसपा और जेजेपी-आसपा दलित वोटरों को रिझाने के लिए पूरा जोर लगा रही है।
कई चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को दलित विरोधी बताया है। उन्होंने गोहाना-मिर्चपुर कांड के जरिए कांग्रेस को घेरने का प्रयास किया है।
वहीं राहुल गांधी कई बार खुद को और अपनी पार्टी को दलितों का पक्षधर बताते रहे हैं। वह लगातार जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाकर दलितों और पिछड़ों को न्याय दिलाने की बात कहते हैं और भाजपा पर आरोप लगाते हैं कि वह दलितों और पिछड़ों को समान अवसर नहीं देती है।
इस बीच वोटिंग से एक दिन पहले कांग्रेस में दलित चेहरा एवं पूर्व सांसद अशोक तंवर की एंट्री हुई है। उनका 9 सीटों पर असर है। इनमें सिरसा, फतेहाबाद, ऐलनाबाद, रानियां, कालांवाली, डबवाली, रतिया, टोहाना और नरवाना शामिल हैं। ये सभी सीटें सिरसा लोकसभा सीट के अंतर्गत आती हैं।