6 मार्च को जंतर-मंतर पहुंचेंगे, 10 मार्च को रेल रोको आंदोलन
मार्च के लिए पंजाब और हरियाणा के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। किसान नेता श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि किसानों का 'दिल्ली चलो' मार्च फिलहाल स्थगित नहीं किया गया है. जब तक केंद्र सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती, हमारा विरोध जारी रहेगा. किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा, ''मैं साफ कर देना चाहता हूं कि दिल्ली जाने का प्लान टाला नहीं गया है. हम इससे पीछे नहीं हटे हैं और केंद्र सरकार को झुकाने का प्लान बना लिया है. हमारे बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ेगी .किसानों को दूसरे बॉर्डर पर आने का निमंत्रण भी मिलेगा.
किसानों की प्रमुख जरूरतें
आंदोलनकारी किसानों की कई मांगें हैं, जिनमें फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन और कृषि ऋण माफी शामिल है।
किसानों की महापंचायत
किसान 14 मार्च को 'किसान महापंचायत' भी करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि रैली में 400 से ज्यादा किसान संगठन हिस्सा लेंगे. एएसईएम ने गैर-राजनीतिक संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) को एकता की अपील करते हुए एक प्रस्ताव भेजा है।