सिर्फ 6 दिन नौकरी कर पाए यूपीएससी टॉपर श्रीराम वेंकटरमन, जानें वजह
इस परीक्षा को पास करने में लोगों को 5-10 साल लग जाते हैं। वहीं, कुछ चुनिंदा आईएएस अधिकारी ऐसे भी होते हैं जिनका चयन बहुत जल्द हो जाता है, लेकिन जरा सोचिए कि उस अधिकारी के लिए कितनी मुश्किल होगी अगर महज 6 दिनों में उसका ट्रांसफर हो जाए। आईएएस श्रीराम वेंकटरमन के साथ भी ऐसा ही हुआ.
शराब की लत के कारण कलेक्टर को गंवानी पड़ी कुर्सी!
आईएएस श्रीराम वेंकटरमन पर 2019 में शराब पीकर गाड़ी चलाने का आरोप लगा था और उस दौरान उन्होंने नशे में एक पत्रकार को टक्कर मार दी थी, इस घटना में पत्रकार केएम बशीर की मौत हो गई थी. आपको बता दें कि 35 साल के बशीर सिराज ब्यूरो चीफ थे. इसके बाद जब केरल सरकार ने उन्हें अलाप्पुझा जिले का कलेक्टर बनाया तो वहां के लोगों ने उनका विरोध किया। इसके बाद सरकार को उन्हें कलेक्टर पद से हटाना पड़ा और उनका तबादला दूसरी जगह कर दिया गया.
डॉक्टर से आईएएस तक का सफर
एमबीबीएस पूरा करने के बाद वेंकटरमन ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और दूसरे प्रयास में सफल रहे। आईएएस अधिकारी के तौर पर वेंकटरमन विवादों में रहे हैं. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा भवन विद्या मंदिर-गिरिनगर से पूरी की। इसके बाद उन्होंने साल 2010 में सरकारी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया।
हत्या के आरोप खारिज
तिरुवनंतपुरम जिला अदालत ने आईएएस अधिकारी श्रीराम वेंकटरमन के खिलाफ हत्या के आरोप खारिज कर दिए। केरल सरकार ने साल 2020 में वेंकटरमन का निलंबन भी रद्द कर दिया था. इसके बाद उन्हें स्वास्थ्य विभाग का संयुक्त सचिव बनाया गया था. वर्तमान में वह केरल राज्य नागरिक आपूर्ति निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक हैं।