हरियाणा के इस गांव की ये बेटी देगी पायलटों को ट्रेनिंग, जानिए कौन है वो
Jobs Haryana, Success Story Of Capt. Ashna Kumar Shyokand
आज के समय बेटियां बेटों से कम नही है। हर क्षेत्र में महिलाएं अपने कदम बढा रही है। शायद ही कोई क्षेत्र होगा जहां महिलाएं काम नही कर सकती। बेटियों ने भी अपनी मेहनत और लगन से बड़े-बड़े पद हासिल किए हैं। आज हम आपको हरिय़ाणा की एक बेटी की कहानी बताने जा रहें है जो अब पायलटों को ट्रेनिंग देंगी।
ये कहानी है बांगर के गांव सुदकैन कलां की बेटी कैप्टन आशना कुमार श्योकंद पुत्री कर्नल विजय कुमार श्योकंद की जो हॉल में दिल्ली अपने परिवार के साथ रह रही हैं। कैप्टन आशना कुमार श्योकंद कमर्शियल पायलट बनी है। कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग एवं एमबीए (रेगूलर) की डिग्री प्राप्त कर चुकी हैं। हाल में फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। कोरोना संक्रकण के चलते जो इंटरव्यू होना वो नहीं हो पाया है। इंटरव्यू होने के वह बतौर ट्रेनर पायलटों को ट्रेनिंग देंगी।
अगर बात करें इनके परिवार की तो आशना कुमार श्योकंद आर्मी परिवार से हैं और उनके पिता आर्मी से सेवानिवृत कर्नल हैं। तीन पीढ़ियों से सैन्य सुरक्षा सेवाओं से जुड़ा है।
कैप्टन आशना कुमार श्योकंद ने कहा कि कमर्शियल पायलट बनने से महिला सशक्तिकरण के अभियान को भी गति मिलेगी। दूसरे बेटियां भी इससे प्रेरित होगी। मेरा सपना है कि भविष्य में प्रत्येक कॉकपिट में मेल टू फीमेल पायलट अनुपात होना चाहिए। इस समय महिला पायलट फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर की संख्या बहुत कम है। जिसको ‘यादा भर्ती करने की जरूरत है।
परिवार के सदस्यों को शुरू से ही सहयोग रहा है। बेटियों की बेटे की तरह की है परवरिश : कर्नल विजय कुमार कर्नल विजय कुमार श्योकंद व अनिता कुमार श्योकंद ने कहा कि दो बेटियों में से आशना कुुमार श्योकंद छोटी हैं। बेटियों की बेटे की तरह ही परवरिश की है। दोनों बेटियां उनकी बेटों से कम नहीं है। आज उनकी बेटी आशन कुमार श्योकंद ने गांव के साथ हरियाणा का नाम रोशन किया है। कुछ दिनों के बाद हमारी बेटी पायलटों को ट्रेनिंग देगी। बेटी पर पूरे गांव को गर्व है।