सख्त हो गईं, चेहरे पर तनाव, सीबीआई की गिरफ्त में आते ही बदल गए शाहजहां शेख के हाव-भाव; वीडियो
चार दिन पहले कलकत्ता हाई कोर्ट के दूसरे आदेश के बाद बंगाल की सीआईडी टीम ने संधेखली केस और शाहजहां शेख के कागजात सीबीआई को सौंप दिये थे. इससे एक दिन पहले हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद बंगाल पुलिस ने सीबीआई टीम को खाली हाथ लौटा दिया था. क्योंकि बंगाल सरकार ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हालांकि, जब शीर्ष अदालत ने तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया तो बंगाल पुलिस को सीबीआई को सौंपना पड़ा.
11 दिन में शेख के हाव-भाव बदल गए
संदेशखाली मामले के बाद भले ही शाहजहां शेख को ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने छह साल के लिए निलंबित कर दिया हो, लेकिन वह अपने मजबूत स्थानीय समर्थन के लिए जाने जाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री जैसे साधारण पद पर रहने के बावजूद शाहजहां शेख के आदेशों को सांसदों या विधायकों के आदेशों से ज्यादा महत्व दिया जाता था। शेख की हनक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संदेशखाली मामला सामने आने के दो महीने बाद शेख की गिरफ्तारी तभी संभव हो सकी जब हाई कोर्ट का दबाव पड़ा.
सीबीआई की हिरासत में अदालत में पेशी के दौरान शेख के हाव-भाव काफी बदले हुए थे. उनके चेहरे से तनाव, विनम्रता और अहंकार बिल्कुल गायब दिख रहा था. शाहजहाँ के आचरण में यह बदलाव हिरासत की स्थितियों को उजागर करता है, खासकर इसलिए क्योंकि 29 फरवरी को अपनी गिरफ्तारी के दिन अदालत में पेशी के दौरान वह पूरी तरह आश्वस्त और निडर दिखाई दे रहा था।