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अब नहीं काटने पड़ेंगे तहसीलदार और पटवारियों के चक्कर, डिजिटल हुआ हरियाणा का भूमि रिकॉर्ड, अब ऐसे होगा काम

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने रविवार को एक क्लीक करके प्रदेश के सभी 22 जिलों के भूमि के डिजिटल रिकॉर्ड रूम का लोकार्पण किया।

सरकार का ऐतिहासिक कदम है यह

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार का यह एक ऐतिहासिक क्रांतिकारी कदम है। देश के अन्य प्रांत भी इसका अनुसरण कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं हरियाणा के इस क्रांतिकारी कदम की प्रशंसा कर चुके।

ऑनलाइन कर दिया गया है भूमि रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में जमीनों के बहुत से विवाद है। इसके अलावा अन्य कार्यों के लिए भी बार-बार लोगों को भूमि के रिकॉर्ड की आवश्यकता पड़ती रहती है। उन्होंने कहा कि यह सालों-साल पुराना भूमि रिकॉर्ड अब डिजिटल/ ऑनलाइन कर दिया गया है। सरकार द्वारा स्वतंत्रता के 75वे वर्ष को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत यह भूमि रिकॉर्ड डिजिटल सरकार द्वारा किया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश की 11 डीआईएस लैबौं का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि एक क्लिक के माध्यम से ही किए गए आनलाइन सिस्टम के माध्यम से सरकार ई-गवर्नेंस को आगे बढ़ा रही है।

क्रांतिकारी योजना है यह

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस कार्य के लिए एनआईसी, हार्ट्रोन,राजस्व सहित अन्य तमाम उन विभागों की प्रशंसा की जिन्होंने हरियाणा के भूमि रिकॉर्ड को डिजिटल करने में अपना योगदान दिया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार द्वारा एक महत्वपूर्ण क्रांतिकारी परियोजना का लोकार्पण किया गया है। 100 सालों से पुराने रिकॉर्ड को रखना चुनौती का काम था। सरकार द्वारा पिछले 100 से 150 वर्ष पुरानी इमारतों का रिकॉर्ड भी ऑनलाइन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज 11 डीआईएस लैबो का उद्घाटन भी किया है। यह भी एक क्रांतिकारी कदम है। उन्होंने कहा कि पिछले 2 सालों में 18 करोड़ 70 लाख डॉक्यूमेंट डिजिटल करने का काम सरकार द्वारा किया गया है। जबकि 30 लाख डॉक्युमेंट्स का दोबारा वेरिफिकेशन भी राजस्व विभाग द्वारा की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी विभागों के रिकॉर्ड को भी जल्द ही ऑनलाइन डिजिटल किया जाएगा। फरीदाबाद में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए किए गए लोकार्पण की अध्यक्षता उपायुक्त जितेंद्र यादव ने की।

अब नहीं काटने होंगे लोगों को तहसीलदार के चक्कर

उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि अब जिला फरीदाबाद निवासियों को जमीन या प्लाट का खसरा नम्बर और गिरदावरी से संबंधित किसी भी प्रकार की भूमि के रिकॉर्ड को निकालने के लिए तहसील व पटवारियों से चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। बल्कि एक क्लीक पर ही सारा को रिकॉर्ड आपके सामने आनलाइन होगा। आपको जरूरत वाली भूमि का डिजिटल साइन किया गया भूमि रिकॉर्ड आपके हाथों में होंगे। जिला फरीदाबाद का जिला स्तर पर पूरा भूमि रिकॉर्ड डिजिटल तैयार कर लिया गया है।

फरीदाबाद में 209 गांव हुए डिजिटल

उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने बताया कि जिला के 209 गांव को डिजिटल किया गया है। इसके लिए कुल 9215470 भुमि डॉक्यूमेंट स्कैन किए गए। इनमें टोटल क्यूसी 91 लाख 84 हजार 25 और टोटल इनडैक्स 9172632, टोटल क्यूए 9167257, टोटल एक्सपोर्ट 9130698 है। इनमें पटवारियों द्वारा 8871748, एनआईसी द्वारा 9130698,हार्ट्रोन द्वारा 3116356 और डीआरओ द्वारा 3083307 दस्तावेजों को स्कैन करके भूमि को डिजिटल करने का काम किया है।

रिकॉर्ड रूम को साफ रखें अधिकारी

इस अवसर पर उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि रिकॉर्ड रूम की साफ सफाई सुनिश्चित रखें। जो भी व्यक्ति रिकॉर्ड रूम मे जाए उसका पूरा रिकार्ड रखना सुनिश्चित हो। आनलाइन सिस्टम को अपडेट रखना भी सुनिश्चित करें। आपको बता दें सुशासन दिवस पर विगत 25 दिसम्बर 2019 को डिप्टी सीएम दुष्यन्त चौटाला ने फरीदाबाद डिजिटल भूमि रिकॉर्ड रुम का शिल्यान्यास किया था। आज वह पूरा हो गया है।

वीडियो कांफ्रेंस में शामिल रहे यह अधिकारी

वीडियो कान्फ्रेंस में अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान, जिला राजस्व अधिकारी बिजेन्द्र सिंह राणा, एडीआईओ विपिन गोयल, कानूनगो दिनेश कुमार, सुमेर सिंह व रणबीर सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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