गोगामेड़ी की पत्नी बोलीं- जयपुर पहुंचीं तो जौहर जरूर होगा: न्याय नहीं तो वोट नहीं के नारे लगे; सीएम से वार्ता विफल, यात्रा जारी
दरअसल, सीएम हाउस में शीला शेखावत के प्रतिनिधियों और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बीच 20 मिनट तक चली बातचीत बेनतीजा रही. वार्ता विफल होने के बाद यात्रा जारी रखने का निर्णय लिया गया.
गोगामेड़ी की पत्नी ने सीएम हाउस में जौहर करने की चेतावनी दी है. इससे पुलिस-प्रशासन सकते में है।
मैं जयपुर पहुंचूंगी तो मेरा जौहर वहीं होगा
महलिया गांव में राजपूत समाज की महिलाओं और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने कहा कि अगर मैं जयपुर पहुंचूंगी तो मेरा जौहर वहीं होगा, कृपया इस बात का ध्यान रखें. सरकार को हमारी मांगें मान लेनी चाहिए. शीला ने कहा- सुखदेव सिंह ने समाज को जगाया था. अब उन्हें न्याय दिलाने की हमारी बारी है।'
न्याय नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाये गये.
बोजला गांव में न्याय यात्रा का ग्रामीणों ने स्वागत किया. पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया और सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और अजीत सिंह की पत्नी को आशीर्वाद दिया. ग्रामीणों ने मांग को जायज बताते हुए कहा कि दोनों परिवारों को न्याय मिलना चाहिए. इस दौरान ग्रामीणों ने न्याय नहीं तो वोट नहीं के नारे भी लगाये.
17 किलोमीटर की यात्रा की
भादरा से शुरू हुई पैदल न्याय यात्रा बोझला गांव के पास पहुंची है. अब तक यात्रा 17 किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी है. यात्रा कुछ देर के लिए बोजला गांव में रुकेगी.
पैदल न्याय यात्रा का डूंगराणा में स्वागत
न्याय यात्रा जब डुंगराना पहुंची तो ग्रामीणों व राजपूत समाज ने स्वागत किया। इस दौरान लोगों ने एक स्वर में कहा कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और अजीत सिंह को न्याय मिलना चाहिए.