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किस उम्र में पहनना चाहिए Bra, आइए जानते है....

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 Wear Bra:
 Wear Bra: हर लड़की के मन में यह सवाल आता है कि पहली बार ब्रा कब पहननी चाहिए। इसको लेकर मां की चिंता भी बनी रहती है। यहा यौवनारम्भ की पहली कड़ी से भी जुड़ी होती है। पहली बार ब्रा पहनने का अलग अनुभव हो सकता है। आइए जानते हैं कि ब्रा पहनने की सही उम्र क्या है।

ब्रा पहनने की सही उम्र क्या है?

ब्रा पहनना कब से शुरू करना चाहिए, इसके लिए सही जवाब है ब्रा पहनने की सही उम्र। अब ब्रा पहनने की सही उम्र क्या है, इसे आसान शब्दों में समझने के लिए हमनें नीचे बिंदुओं में बताया है।

13 साल की होने पर – लड़की या बेटी 13 वर्ष की उम्र में पहुंच चुकी है या इससे अधिक उम्र की हो गई है। दरअसल, 13 वर्ष से लड़कियों की प्यूबर्टी शुरू होने लगती है। इस दौरान उनके स्तनों के उत्तकों का विकास होने लगता है। इससे उनके स्तनों में उभार आने लगता है।

  शारीरिक रचना के आधार पर – कुछ लड़कियां टीनएज (Teenage) में आते ही ब्रेस्ट डेवलपमेंट (Breast Development) का अनुभव शुरू कर सकती हैं, जिसे लेकर हर लड़की का अनुभव अलग-अलग हो सकता है। जहां कुछ लड़कियां 13 साल की उम्र के बाद स्तनों के उभार का अनुभव कर सकती हैं, वहीं कुछ लड़किया 13 वर्ष की उम्र से पहले व इससे बाद में भी स्तनों के विकास का अनुभव कर सकती हैं। 

यानी देखा जाए, तो उम्र के साथ ही लड़कियों के शारीरिक रचना व उसमें हो रहे बदलाव के आधार पर भी उनके लिए ब्रा पहनने की सही उम्र का निर्धारण किया जा सकता है।

ब्रेस्ट डेवलपमेंट के आरंभिक संकेत
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे शरीर में हार्मोन का स्तर भी बढ़ने-घटने लगता है। इन्हीं में से कुछ हार्मोन स्तनों की ग्रंथियों के विकास में मददगार माने जा सकते हैं। ब्रेस्ट डेवलपमेंट के आरंभिक संकेत निम्नलिखित लक्षणों के जरिए मिल सकते हैं, जो हैंः

स्तनों में उभार आना
ब्रेस्ट बड्स का रंग पहले के मुकाबले अधिक गहरा होना व उनका बड़ा होना
बड्स में सूजन होना
स्तनों के आस-पास छूने पर हल्का दर्द महसूस होना
निप्पल और एरिओला की त्वचा का रंग भी पहले के मुकाबले अधिक गहरा होना
ब्रेस्ट का शेप बनना दिखाई देना

स्तनों में उभार न आने पर क्या करें?
यह सवाल भी कई माँ व लड़कियों को परेशान कर सकता है कि अगर 13 वर्ष यानी टीनएज की उम्र में आने पर भी स्तनों में उभार न आ रहा हो, तो उन्हें क्या करना चाहिए। ऐसी स्थिति में उन्हें ब्रा की जगह पर सही साइज की स्पैगटी या कैमिसोल ब्रा का चुनाव करना चाहिए। इन्हें पहनने के बाद कपड़ों के नीचे से निपल्स के छलकने की समस्या को दूर किया जा सकता है।

इसके बाद जैसे-जैसे स्तनों में उभार आने लगे, तो इनकी जगह पर सही साइज के ब्रा को पहनना शुरू कर सकती हैं। 

अपने लिए कैसे करें ब्रा का चुनाव?
पहली बार खुद के लिए या अपनी बेटी के लिए सही ब्रा का चुनाव करना भी सबसे मुश्किल कामों में से एक हो सकता है। यहां आप ब्रा खरीदने के टिप्स पढ़ेंगी, जिसे ध्यान में रखकर आप खुद के लिए या कोई भी माँ अपनी बेटी के लिए पहली बार सही साइज का ब्रा खरीद सकती हैं।

सबसे पहले अपने शरीर की रचना के बारे में समझें। यानी अगर स्तनों का उभार सीधा है, तो कप्स ब्रा का चुनाव करें। वहीं, अगर स्तनों का उभार नीचे की तरफ झुका हुआ है, तो पुशअप्स ब्रा का चुनाव करें। 

साइज का ध्यान रखें। यह सबसे जरूरी है कि अपने बस्ट और कप्स का सही साइज पता हो। इसके लिए आप किसी जानकार महिला दोस्त, बहन, बुआ, दीदी या किसी विशेषज्ञ की भी मदद ले सकती हैं। 

ऑनलाइन स्टोर की परख करें। आज ऐसे कई ऑनलाइन स्टोर हैं, जहां पर टीनएज से लेकर हर उम्र व हर स्तनों के प्रकार के अनुसार सही साइड का ब्रा आसानी मिल जाता है। इतना ही नहीं, ये स्टोर ऑनलाइन ब्रा का सही साइज जानने के लिए भी सुझाव देते हैं। उनके उस सुझाव को समझते हुए आसानी से खुद के लिए या अपनी बेटी के लिए सही ब्रा का साइज चुन सकती हैं।

आवश्यकतानुसार चुनें ब्रा। एक बार ब्रा का साइज पता चलने पर अपने लिए आरमदायक के साथ ही अपनी आवश्यकता के अनुसार ब्रा आसानी से खरीद सकती हैं। उदाहरण के लिए, अगर स्तन छोटे हैं, तो उन्हें बड़ा दिखाने के लिए बड़े साइज के पैडेड ब्रा का चुनाव कर सकती हैं। वहीं, खेल-कूद व जिम के लिए स्पोर्ट्स ब्रा को पहनान अच्छा विकल्प हो सकता है। 
ब्रा पहनने के फायदे व नुकसान

अब हम ब्रा पहनने के फायदे व नुकसान भी बता रहे हैं। सबसे पहले हम आपको ब्रा पहनने के फायदे बता रहे हैं, जो निम्नलिखित हैः

ब्रा पहनने के फायदे
स्तनों को सही स्पोर्ट मिलता है। 
स्तनों का सही आकार बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
पैडेड ब्रा पहनने से ठंड लगने पर निप्पलों के उभार को दिखने से रोका जा सकता है।
शारीरिक मुद्रा सही बनी रहती है। दरअसल, ब्रा पहनने से पीछे से कंधों को एक स्पोर्ट मिलता है, जिससे झुककर बैठने या खड़े होने की मुद्रा को सीधा बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
अगर सही साइज का ब्रा हो और वह ड्रेस के अनुसार हो, तो यह लुक को आकर्षक दिखा सकता है।

छोटे स्तनों को पैडेड ब्रा की मदद से बड़ा दिखाने में मदद मिल सकती है। 
इस तरह ब्रा नहीं पहनने के नुकसान से बचा जा सकता है और सुडौल व आकर्षक स्तनों के उभार से महिलाओं के आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी देखी जा सकती है।

ब्रा पहनने के नुकसान

अब हम ब्रा पहनने के नुकसान बता रहे हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं, जैसेः 

पहली बार ब्रा या छोटा साइज का ब्रा पहनने पर सांस लेने में परेशानी महसूस हो सकती है।

  कुछ लड़कियों को ब्रा पहनने के बाद स्तनों में दर्द का अनुभव भी हो सकता है।

बहुत कसा हुआ ब्रा पहनने से स्तनों में रक्त का प्रवाह प्रभावित हो सकता है।

गलत प्रकार का ब्रा पहनने पर पीठ दर्द का अनुभव हो सकता है।

अगर ब्रा का फैब्रिक पसीना सोखने वाला न हो, तो इससे स्तनों में व आस-पास की त्वचा में स्क‍िन इरिटेशन हो सकती है। उन्हें खुजली की समस्या भी हो सकती है।

हर ब्रा को पहनने के बाद उसे जरूर धोएं। गंदा ब्रा पहनने से फंगस होने की आंशका हो सकती है।

ब्रा पहनना कब से शुरू करना चाहिए, देखा जाए तो इसका सही जवाब पूरी तरह से बेटी की शारीरिक संरचना, उनसे स्तनों के विकास और उसकी प्यूबर्टी के लक्षणों पर निर्भर कर सकता है। हालांकि, आमतौर पर ब्रा पहनने की सही उम्र को 13 वर्ष या टीनएज की शुरुआत को भी हम मान सकते हैं, क्योंकि इस उम्र में आने के बाद से भी शारीरिक बदलाव को देखें जा सकते हैं। उम्मीद है कि इस लेख में बताए गए ब्रा पहनने के फायदे व नुकसान आपको सटीक जानकारी प्राप्त करने में मददगार साबित होंगे।

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