आखिर क्यों 'परदेस' की 'गंगा' नहीं बन पाईं माधुरी दीक्षित?

 
 बॉलीवुड में एक समय ऐसा भी था जब माधुरी दीक्षित की फिल्मों की सफलता को देखकर मशहूर निर्देशक उनके साथ काम करना चाहते थे। हालांकि 1997 में रिलीज हुई शाहरुख की फिल्म परदेस में गंगा का किरदार माधुरी खुद निभाना चाहती थीं, लेकिन सुभाष घई ने उन्हें अपनी फिल्म में नहीं लिया। माधुरी ने गंगा बनने का मौका क्यों खो दिया? पढ़ें ये कहानी-

आखिर क्यों 'परदेस' की 'गंगा' नहीं बन पाईं माधुरी दीक्षित?
परदेस में सुभाष घई ने माधुरी दीक्षित को क्यों नहीं लिया/ फोटो- दैनिक जागरण ग्राफिक्स
सुभाष घई के साथ दो सुपरहिट फिल्में देने के बाद भी माधुरी को 'परदेस' नहीं मिली।
माधुरी दीक्षित ने विदेश में 'गंगा' बनने की इच्छा जताई थी.
परदेस की गंगा क्यों नहीं बन पाईं माधुरी दीक्षित?
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। परदेस मूवी कास्ट: आज भी जब शाहरुख खान की फिल्म 'परदेस' टीवी पर आती है तो लोग अपने परिवार के साथ इस फिल्म को बड़े चाव से देखते हैं। साल 1997 में रिलीज हुई शाहरुख खान और महिमा चौधरी स्टारर ये फिल्म उस वक्त हिट रही थी।
चाहे वह सोनू निगम की आवाज में शाहरुख खान पर फिल्माया गाना 'ये दिल...दीवाना...' हो या 'दो दिल मिल रहे हैं...मगर चुपके-चुपके...', सभी हिट रहे। वहीं इस फिल्म के गानों ने लंबे समय तक लोगों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ी थी.

फिल्म परदेस से बॉलीवुड को एक नई एक्ट्रेस का चेहरा भी देखने को मिला, जिन्हें हम सभी महिमा चौधरी के नाम से पहचानते हैं। हालांकि, बाद में महिमा का बॉलीवुड करियर ज्यादा लंबा और सफल नहीं साबित हुआ।

क्या आप जानते हैं कि परदेस में 'गंगा' का किरदार माधुरी दीक्षित निभाना चाहती थीं, लेकिन सुभाष घई ने उन्हें फिल्म में लेने से साफ इनकार कर दिया था। आइए जानते हैं फिल्म 'परदेस' की पूरी कहानी।

क्यों 'परदेस' की गंगा नहीं बनीं माधुरी दीक्षित?
1996 तक माधुरी दीक्षित ने बॉलीवुड में अपनी पकड़ इतनी मजबूत कर ली थी कि ज्यादातर डायरेक्टर-प्रोड्यूसर उन्हें अपनी फिल्मों में लेने के लिए उत्सुक रहते थे। हालांकि, सुभाष घई अपनी फिल्म 'परदेस' के लिए कुछ और ही चाहते थे।
कहा जाता है कि धक धक गर्ल माधुरी दीक्षित 'परदेस' में शाहरुख खान के साथ 'गंगा' का किरदार निभाना चाहती थीं। उन्होंने 'परदेस' में काम करने की इच्छा भी सुभाष घई से जताई थी, लेकिन सुभाष घई ने उन्हें फिल्म में नहीं लिया.

दरअसल, सुभाष घई पहले भी माधुरी दीक्षित के साथ खलनायक, राम-लखन जैसी फिल्मों में काम कर चुके थे, इसलिए वह अपनी रोमांटिक फिल्म 'परदेस' में शाहरुख खान के अपोजिट किसी नए चेहरे को कास्ट करना चाहते थे।
तीन हजार ऑडिशन लेने के बाद महिमा चौधरी मिलीं
सुभाष घई 'परदेस' में ऐसी एक्ट्रेस को कास्ट करना चाहते थे जिसके चेहरे पर मासूमियत हो। 'परदेस' के लिए नए चेहरे की तलाश में डायरेक्टर सुभाष घई ने तीन हजार से ज्यादा लड़कियों का ऑडिशन लिया, लेकिन उन्हें किसी में भी टैलेंट नजर नहीं आया।


जब सुभाष घई एक पार्टी में गए तो उनकी नजर महिमा चौधरी पर पड़ी, तभी डायरेक्टर ने तय कर लिया था कि वह अपनी फिल्म 'परदेस' में गंगा के किरदार के लिए महिमा चौधरी को ही कास्ट करेंगे। जब सुभाष घई और महिमा चौधरी की पहली मुलाकात हुई तो एक्ट्रेस वीडियो जॉकी के तौर पर काम कर रही थीं.

परदेस नहीं, सुभाष घई ने फिल्म के लिए एक अलग शीर्षक सोचा था।
आपको जानकर हैरानी होगी कि सुभाष घई की इस फिल्म का टाइटल भी कुछ और ही तय किया गया था. शाहरुख खान-महिमा चौधरी स्टारर इस फिल्म का पहले नाम 'गंगा' था, जिसे बाद में बदलकर परदेस कर दिया गया।

8 अगस्त 1997 को रिलीज हुई इस फिल्म के लिए महिमा चौधरी को न सिर्फ उनकी एक्टिंग के लिए आलोचकों की सराहना मिली, बल्कि उन्हें उस साल बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस के अवॉर्ड से भी नवाजा गया।