स्कूल छोड़कर 8 हजार में कॉल सेंटर में की नौकरी, अब हैं सबसे युवा अरबपति, जानिये सफलता का राज

Chopal Tv, New Delhi मंजिल उन्हें मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसले से उड़ान होती है। किसी शायर की यह लाइनें बहुत लोगों ने पढ़ी और सुनी होगी, लेकिन निखिल कामत ने इसे खूब ठीक से समझा है और साबित कर दिया है कि हौसले के दम
 

Chopal Tv, New Delhi

मंजिल उन्हें मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसले से उड़ान होती है। किसी शायर की यह लाइनें बहुत लोगों ने पढ़ी और सुनी होगी, लेकिन निखिल कामत ने इसे खूब ठीक से समझा है और साबित कर दिया है कि हौसले के दम पर आसमां भी हासिल हो सकता है।

निखिल कामत देश के सबसे बड़े ऑनलाइन ब्रोकरेज फर्म जेरोधा के को-फाउंडर है। कहा जाता है कि  निखिल कामत का मन पढ़ाई में बिल्कुल नहीं लगता था। और महज 14 साल की उम्र में दोस्त के साथ मिलकर पुराने फोन खरीदने-बेचने का बिजनेस शुरू कर दिया।

स्कूल ने जब एग्जाम देने पर रोक लगा दी तो स्कूल ही छोड़ दिया और 8000 महीने पर कॉल सेंटर में नौकरी शुरू कर दी। लेकिन 8000 रुपए में निखिल को शांति नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने अपने बड़े भाई नितिन कामत के साथ मिलकर ब्रोकरेज फर्म जेरोधा की शुरुआत की।

आज निखिल और नितिन देश के सबसे युवा अरबपति बन गए। निखिल कामत ने एक इंटरव्यू ने अपनी जिंदगी से जुड़े राज खोले उन्होंने बताया कि उनके पिता बैंक में जॉब करते थे और उनका ट्रांसफर बेंगलुरु हो गया। स्कूल की ट्रेडिशनल पढ़ाई में निखिल का मन नहीं लगता था, इस वजह से वह स्कूल बंक करके शतरंज खेलते थे।

14 साल की उम्र में निखिल अपने एक दोस्त के साथ मिलकर पुराने फोन खरीदने-बेचने लगे। यह उनका पहला बिजनेस था। लेकिन जब मां को इस बात का पता चला तो उन्होंने सारे फोन ट्वॉलेट में फ्लश कर दिया और उनका यह बिजनेस बंद हो गया। निखिल स्कूल बहुत कम जाता है जिसकी वजह से स्कूल ने निखिल को बोर्ड एग्जाम देने से मना कर दिया।

इसके बाद निखिल से स्कूल की तरफ मूडकर नहीं देखा। लेकिन उस वक्त अपने माता-पिता की एक बात उनके मन में घर कर गई कि- कोई काम ऐसा मत करना जिससे हमें शर्मिंदा होना पड़े। स्कूल से ड्रॉपआउट होने के बाद आगे क्या करना है, उन्हें कुछ सूझ नहीं रहा था। लेकिन बाद में नकली बर्थ सर्टिफिकेट बनाकर 17 साल की उम्र में एक कॉलसेंटर में 8000 रुपये सैलरी पर नौकरी ज्वाइन कर ली।

वे कॉल सेंटर मे शाम 4 बजे से रात 1 बजे तक काम करते थे। नौकरी करते हुए जब निखिल की उम्र 18 साल थी तब उन्होंने पहली बार शेयर बाजार में पैसा लगाया। इस दौरान उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। पिता ने उन्हें कुछ पैसे दिए और कहा कि इसे मैनेज करो। पिता को निखिल पर बहुत भरोसा था।

इसके बाद निखिल ने कॉल सेंटर के मैनेजर को शेयर बाजार में इंवेस्ट करने के लिए मनाया और मैनेजर के पैसे को भी मार्केट में इंवेस्ट करने लगे। निखिल कामत ने बताया कि कॉल सेंटर में अपने अंतिम साल में वे एक दिन भी ऑफिस नहीं गए और उन्हें सैलरी के साथ इंसेंटिव भी मिलता रहा।

ऐसा इसलिए था क्योंकि उस समय तक वे अपनी पूरी टीम के पैसे को मार्केट में इंवेस्ट कर सबको अच्छा रिटर्न दिला रहे थे। 2010 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और अपने बड़े भाई के साथ Zerodha की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि अरबपति बन जाने के बाद भी उनमें कोई बदलाव नहीं आया है।

निखिल आज भी दिन के 85% समय काम करते हैं और इनसिक्योर रहते हैं। बता दें कि निखिल कामत ने अपने बड़े भाई के साथ मिलकर ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी True Beacon की भी शुरुआत की है। 2020 में फोर्ब्स ने इन दोनों भाइयों को भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल किया।