पिता ने बकरियां चराकर बेटी को पढाया, बेटी का हरियाणा पुलिस में हुआ चयन, जानिए सफलता की पूरी कहानी

Jobs Haryana कहते हैं कि मेहनत करने वालो की कभी हार नहीं होती। इस तथ्य को सही साबित कर दिखाया है सिवानी मंडी के गांव ढाणी भाकरा की बेटी राजपति ने। जिसने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से स्टाफ सिलेक्शन कमिशन का टेस्ट क्लियर करके कॉन्स्टेबल के पद पर चयनित हुई है। राजपति के इस
 

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कहते हैं कि मेहनत करने वालो की कभी हार नहीं होती। इस तथ्य को सही साबित कर दिखाया है सिवानी मंडी के गांव ढाणी भाकरा की बेटी राजपति ने। जिसने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से स्टाफ सिलेक्शन कमिशन का टेस्ट क्लियर करके कॉन्स्टेबल के पद पर चयनित हुई है। राजपति के इस कामयाबी से सिवानी में उसके सम्मान में सम्मान एक समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अथिति के रूप में नगरपालिका चैयरमैन सुरेश खटक ने शिरकत की और राजपति को सम्मानित किया। इस समारोह के दौरान राजपति ने कहा कि उनके पिता रामभगत बकरी पालन कर परिवार का पालन पोषण कर रहे करते हैं।

उन्होंने बताया कि उसके पिता पांच बेटियों और एक बेटे को उच्च शिक्षा दिलवा रहे है। राजपति ने बताया कि मेरे पिता ने हमें पढाने के लिए कर्ज उठाकर है और समाज में आगे बढ़ने का हौसला दिया। राजपति ने बताया कि हमें आने जाने में बड़ी मुसीबत का सामना भी करना पड़ता था और घंटो तक बस का इंतजार करना पड़ता था। फिर भी हौसला कम नही हुआ, मन में दृढ़ संकल्प था कि 1 दिन जीत अवश्य हासिल होगी और दसवीं की परीक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल में की। उसके बाद बाहरवीं की पढ़ाई के किये झुंपा जाना पड़ता था। इसके बाद लगातार पढ़ाई के साथ साथ सामान्य ज्ञान की पढ़ाई शुरू और रोजाना 10 घंटे पढ़ाई की और रोजाना पढ़ने के लिए सिवानी आती थी ।

राजपति ने बताया कि मुझे तैयारी करने के लिए हर रोज घर से 32 किलोमीटर दुर आना पड़ता था और मैं तीन या चार बार असफल भी रही पर मैंने हार नहीं मानी। आखिरकार राजपति ने सफलता हासिल की। राजपति के पिता राम भगत ने बताया कि गरीबी के इस दौर में बेटी ने एक नया मुकाम हासिल किया है और समाज की लड़कियों को एक नया संदेश देने का काम किया है। इस मौके के पर रा’य पति को सिवानी के सिवानी नगरपालिका के चेयरमैन सुरेश खटक, पसन्नजीत राजपूत,मनोज जांगड़ा, अनिल पृथ्वीपुत्र, संदीप ,हरिकेश, विकेश ,आसराम नेहरा,विनय गोयल सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।