जिस थाने में पिता थे कारपेंटर, उसी थाने में SP बनकर आई बेटी, जानिये IPS संगीता कालिया की कहानी

 

संगीता कालिया हरियाणा के भिवानी जिले की रहने वाली हैं। उनका जन्म एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता धर्मपाल पुलिस विभाग में कारपेंटर थे। संगीता बचपन से पढ़ने में काफी तेज थीं।

संगीता के पिता फतेहाबाद पुलिस में कारपेंटर थे। वह 2010 में वहां से रिटायर हुए।संगीता की पढ़ाई भिवानी से ही हुई। संगीता के पिता धर्मपाल भले ही कारपेंटर थे लेकिन वह बेटी को पढ़ाकर अफसर बनाना चाहते थे। बेटी ने भी पिता के सपनो को साकार किया।

संगीता ने पढ़ाई पूरी करने के बाद सिविल सर्विस की तैयारी में जुट गई। उन्होंने पहली परीक्षा 2005 में दिया। उसमे वह सिलेक्ट नहीं हो पाई। उसके बाद उन्हें रेलवे में नौकरी मिली। लेकिन उनका सपना सिर्फ सिविल सर्विस एग्जाम क्रैक करने का था। इस तरह उन्होंने एक-एक करके 6 नौकरियां छोड़ दीं।

साल 2009 में संगीता ने फिर से UPSC का एग्जाम दिया। इस बार वह सफल रही। उन्हें हरियाणा में IPS कैडर मिला। संयोग ऐसा रहा ट्रेनिंग के बाद उन्हें उसी जिले का SP बनाया गया जहां कभी उनके पिता कारपेंटर हुआ करते थे।

संगीता का शुमार बेहद ईमानदार व तेजतर्रार IPS अफसरों में होता है। वह हमेशा जुर्म के खिलाफ सख्ती से पेश आती हैं। संगीता के मातहत बताते हैं कि वह 15- 15 घंटे तक काम करती हैं। ऑफिस में काम ज्यादा है तो उन्हें टाइम से कोई मतलब नहीं वह पूरा काम निबटा कर ही जाती हैं।

संगीता एक बार मीडिया की सुर्खियां बनी थी जब उनकी पोस्टिंग फतेहाबाद SP के रूप में थी। उस समय तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से उनकी तीखी बहस हो गई थी। एक शिकायत की सुनवाई के दौरान मंत्री अनिल विज ने SP संगीता कालिया को गेट आउट कह दिया था। कालिया बाहर नहीं गई तो विज को खुद बैठक छोड़नी पड़ी थी। बाद में उनका का तबादला कर दिया गया था।

उड़ान सीरियल से ली थी प्रेरणा
आईपीएस संगीता कालिया के पिता धर्मपाल फतेहाबाद पुलिस में पेंटर थे और 2010 में वहां से रिटायर हुए। संगीता ने अपनी पढ़ाई भिवानी से की और 2005 में पहली यूपीएससी परीक्षा दी, लेकिन 2009 में तीसरे प्रयास में परीक्षा पास हुई। संगीता कालिया के मुताबिक, उन्हें पुलिस में आने की प्रेरणा उड़ान सीरियल देख कर और उनके पिता से मिली है। उनके पति विवेक कालिया भी हरियाणा में एचसीएस हैं।


संगीता कालिया वो शख्सियत है, जो छह नौकरियों के ऑफर को छोड़कर पुलिस विभाग में आईं हैं। भिवानी जिले के एक साधारण परिवार में जन्मी। कुछ अलग करने का सपना देखा और उसे पूरा किया। वर्दी पहनते हुए कसम खाई थी कि इसकी आन-बान पर कोई दाग नहीं लगने दूंगी और इसी काम को मैंने हरेक पोस्टिंग पर करने की कोशिश की है। मैंने न तो कभी झूठ का सहारा लिया और न ही लूंगी।


बहुत कम लोग ये जानते होंगे कि जिस पुलिस विभाग में उसके पिता कारपेंटर हुआ करते थे, उसी विभाग में बतौर एसपी उनकी पहली पोस्टिंग हुई थी। पिता धर्मपाल जिस वर्ष में पुलिस विभाग से रिटायर हुए, उसी वर्ष 2010 में हरियाणा पुलिस में संगीता कालिया ने आईपीएस के पद पर ज्वाइन किया। बेहद ईमानदारी अफसर मानी जाती हैं और मंत्री विज से विवाद को लेकर सुर्खियों में आई थीं।


संगीता ने साल 2005 में सिविल सर्विसेज का पेपर दिया, लेकिन वे सफल नहीं हुई। रेलवे में नौकरी मिली, लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं की। 2009 बैच में तीसरे प्रयास में IPS में सिलेक्ट संगीता लिटरेचर और म्यूजिक में भी दिलचस्पी रखती हैं। रोजाना 15 घंटे काम करती हैं। फतेहाबाद में महिला थाना की बिल्डिंग बनवाने का श्रेय भी एसपी संगीता कालिया को ही जाता है। इसके अलावा कई ब्लाइंड मर्डर केस भी उनके नेतृत्व में फतेहाबाद पुलिस ने सुलझाएं हैं।