भारत की इन महिला IAS और IPS अफसरों की खूबसूरती ही नहीं काम के हैं ज्यादा चर्चे, पीएम तक करते हैं तारीफ

 

पुलिस और आर्मी की नौकरी बड़ी ही कठिन होती है। ऐसे में जब महिलाएं इस नौकरी करें तो उनके लिए चैलेंज से कम नहीं होता। असल में ये सब जानते है कि पुलिस और आर्मी में महिलाओं को कड़ी मेहनत करती पड़ती है। वहीं काम के साथ साथ वो अपनी खूबसूरती को भी मेन्टेन रखती है। तो चलिए आज आपको भारत की कुछ खूबसूरत महिला आईपीएस अफसरों के बारे में बता देते है। Not only the beauty of these women IAS and IPS officers of India are of great use, even the PM praises them

जिनकी खूबसूरती देखकर आप भी दंग रह जाएंगे। आईपीएस अधिकारी होने के बावजूद किसी मॉडल से कम नहीं लगती। केरल की एक लड़की थी जिसने 10-11 की नन्हीं उम्र में ही तय कर लिया था कि उसे क्या करना है।

वह औरों की तरह 9 से 6 की नौकरी नहीं करना चाहती थी। वह छठी क्लास में थी तब से ही आईपीएस अधिकारी बनना चाहती ती। उस लड़की का नाम मेरीन जोसेफ है। मेरीन आज देश की तेज तर्रार महिला आईपीएएस में शुमार हैं।

मरीन जोसफ का नाम पिछले साल सबसे पहले उस वक्त भी चर्चा में आया था, जब वह 25 साल की उम्र में सबसे युवा (केरल कैडर) आईपीएस अफसर बनी थीं। उस वक्त उनकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं।

उनकी सुंदरता को लेकर सोशल मीडिया पर काफी कमेंट आए थे, जिसपर जोसफ ने कड़ी आपत्ति जताई थी। उन्होंने अपनी ताजा पोस्ट में भी लिखा है कि महिलाओं को उनकी सुदंरता से नहीं, बल्कि काबिलियत के आधार पर आंका जाना चाहिए।

साल 2016 में सिविल सेवा रिजल्ट में टीना डाबी टॉपर रहीं। टीना ने महज 22 साल की उम्र में ही आईएएस एग्जाम में टॉप किया था। आईएएस एग्जाम टॉप करने पर वह देशभर की लड़कियों के लिए रोल मॉडल बनी।वह बचपन से ही एक मेधावी छात्रा रही हैं।

दूसरे नंबर पर इंडिया की जिस सबसे खुबसूरत महिला आईपीएस ऑफिसर का नाम आता है वो हैं जोधपुर की स्तुति चरण। आपकी जानकारी के लिए बता दें की स्तुति चरण ने साल 2012 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी जिसके बाद वो उस साल में देश की बड़ी सेंसेशन बन गयी थी। बता दें की स्तुति जितनी दिमाग तेज हैं उतनी की खुबसुरत भी हैं।

स्मिता सभरवाल…
स्मिता का जन्म 1977 में हुआ था। वह दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं। वह 2001 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने सेंट फ्रांसिस डिग्री कॉलेज, हैदराबाद से वाणिज्य स्नातक की डिग्री पूरी की है। स्मिता को “आधिकारिक लोगों” के रूप में जाना जाता है, जो इस उपाधि को प्राप्त करने के लिए एक महिला होने के लिए गर्व की बात है।

वह मुख्यमंत्री के कार्यालय में नियुक्त होने वाली पहली आधिकारिक आईएएस महिला भी बनीं। उनके पति डॉ. अकुन सभरवाल भी एक आईपीएस अधिकारी हैं। स्मिता दिमाग़ के साथ साथ शारीरिक रूप से भी काफ़ी खूबसूरत दिखती हैं।

रिजू बाफना…
छत्तीसगढ़ में जन्मीं, रिजू ने 2011 में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से मास्टर ऑफ इकोनॉमिक्स पूरा किया और किरोड़ी बैड कॉलेज से स्नातक किया। उन्होंने 2013 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की और 77 वें स्थान पर रही और 2014 में आईएएस अधिकारी बनी। आईएएस अधिकारी बनने से पहले, उन्होंने कैम्ब्रिज इकोनॉमिक पॉलिसी एसोसिएट्स के साथ काम किया। रिजू छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखते हैं। पिछले साल उन्होंने अपने बैचमेट अवि प्रसाद से शादी की, जो एक आईएएस अधिकारी भी हैं।

मेरिन जोसेफ…
केरल कैडर के सबसे कम उम्र के आईपीएस अधिकारी, ने 25 साल की उम्र में 2012 में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने अपने पहले प्रयास में 2012 में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की है। मेरिन का जन्म दिल्ली में हुआ और उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक और मास्टर डिग्री पूरी की। उनके पिता कृषि मंत्रालय में वरिष्ठ सलाहकार हैं और उनकी मां अर्थशास्त्र की प्रोफेसर हैं।

मेरिन को वाय-20 (Y-20) शिखर सम्मेलन के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था, जो G- 20 देशों के युवाओं के लिए एक आधिकारिक कार्यक्रम है। 2015 में उन्होंने कोट्टयम मनोचिकित्सक क्रिस अब्राहम से शादी की।

कंचन चौधरी भट्टाचार्य…
कंचन 1973 और 2007 के बीच एक IPS अधिकारी थी। वह पुलिस महानिदेशक बनने वाली पहली महिला आईपीएस (IPS) अधिकारी थी। वह हिमाचल प्रदेश से हैं और उन्होंने दिल्ली के इंद्रप्रस्थ कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर की डिग्री पूरी की है।

इस महिला को उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए राष्ट्रपति पदक और राजीव गांधी पुरस्कार मिला। हरिद्वार का 2014 का आम चुनाव जीतने के बाद कंचन हाल ही में आप में शामिल हुईं।

मीरा बोरवणकर…

मीरा 1981 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। वह पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखती हैं और उनके पिता बीएसएफ में थे। आपने अपना जालंधर स्नातक फॉर्म पूरा कर लिया है। वह पंजाब के फाजिका के महाराष्ट्र कैडर में पहली महिला आईपीएस अधिकारी हैं। इसे “लेडी सुपरकॉप” के नाम से भी जाना जाता है।

दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन के गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने की वज़ह से ये लाइम लाइट में आई थी। उन्होंने जलगांव में 1994 के एक सेक्स स्कैंडल को भी उज़ागर किया था। बॉलीवुड फिल्म “मर्दानी” भी उनके पेशेवर जीवन पर आधारित है।