तरबूज का नही मिला उचित दाम तो किसान ने तैयार कर दिया तरबूज के रस से गुड (jaggery), सुनकर हो रहा हर कोई हैरान

Jobs Haryana, jaggery आम तौर पर हम गन्ने और खजूर के रस से बने गुड़ के बारे में ही जानते हैं। लेकिन कर्नाटक के इस किसान के प्रयोग के बाद अब बाजार में तरबूजे के रस से बना गुड़ मिले तो आपको ताज्जुब नहीं करना चाहिए। jaggery कर्नाटक का एक किसान आज कल कल सोशल
 
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आम तौर पर हम गन्ने और खजूर के रस से बने गुड़ के बारे में ही जानते हैं। लेकिन कर्नाटक के इस किसान के प्रयोग के बाद अब बाजार में तरबूजे के रस से बना गुड़ मिले तो आपको ताज्जुब नहीं करना चाहिए।

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कर्नाटक का एक किसान आज कल कल सोशल मीडिया पर काभी चर्चा में है। इस का कारण है खास तरीके से तैयार किया हुआ गुड़। इस किसान के द्वारा बनाए गुड़ के बारे में जो भी सुन रहा है, वह आश्यर्च चकित रह जा रहा है। दरअसल, इस किसान ने तरबूजे के रस से गुड़ बनाया है। आम तौर पर हम गन्ने और खजूर के रस से बने गुड़ के बारे में ही जानते हैं। लेकिन कर्नाटक के इस किसान के प्रयोग के बाद अब बाजार में तरबूजे के रस से बना गुड़ मिले तो आपको ताज्जुब नहीं करना चाहिए।
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कर्नाटक के शिवमोगा जिले के रहने वाले किसान जयराम नगैय्या शेट्टी पहले मुंबई में होटल चलाया करते थे। लॉकडाउन के दौरान वे अपने घर लौटे और होटल के कर्मचारियों के साथ मिलकर तरबूजे की खेती करने लगे। इस उसके उन्होंने उस रस से गुड़ बनाया है। उनकी इस प्रयोग से इलाके के किसान काफी प्रभावित हो रहे हैं।

शेट्टी ने तीन एकड़ जमीन पर तरबूजे की खेती की थी। लेकिन उचित दाम नहीं मिलने के कारण वे इसे बेच नहीं रहे थे। उन्होंने सोचा कि पैदावार को नष्ट करने की बजाय कुछ अलग आजमाना चाहिए। यहीं से प्रेरणा लेकर उन्होंने तरबूजे के रस से गुड़ का उत्पादन कर दिया। उनके पास इस समय 200 किलो गुड़ है, जिसे वे लोगों में फ्री में बांट रहे हैं।

शेट्टी ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन के बाद मैंने अपना होटल बंद कर दिया। खाली समय में मैंने तरबूज की खेती करने की सोची। तीन एकड़ में तरबूज लगाया। फसल तैयार होने के बाद बाजार में इसकी कीमत एक रुपए प्रति किलो मिल रही थी जबकि पिछले साल भाव 4 रुपए था।

किमत कम होने के कारण मैंने तय किया कि तरबूज को नहीं बेचूंगा क्योंकि इस बार खुद से मंडी ले जाकर बेचना पड़ता। शिवमोगा जिले में केरल के व्यापारी आकर तरबूज की खरीद करते थे। लेकिन लॉकडाउन के कारण वे नहीं आए और किसानों के लिए यह परेशानी का सबब बन गया।

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उन्होंने बताया कि मेरा 8 टन तरबूज सड़ जाता, इसलिए मैंने इससे गुड़ बनाने का निर्णय लिया। शेट्टी अपने होटल में पहले एक बार तरबूज के रस से गुड़ बना चुके थे। लेकिन उन्हें इस बार बड़े पैमाने पर यह काम करना था और उन्हें इसमें भी सफलता हाथ लगी।

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शेट्टी बताते हैं कि तरबूज के रस को दो घंटे तक ही उबालना सही रहता है। इससे ज्यादा देर तक उबालने पर यह ताजगी खो देता है और कड़वा लगने लगता है। उन्होंने बताया कि 100 लीटर तरबूजे के रस से 8 किलो गुड़ आसानी से बन जाता है। किसानों से अपील करते हुए शेट्टी कहते हैं कि उन्हें अपने उत्पादों से बाई प्रोडक्ट बनाना चाहिए, ताकि नुकसान से बचा जा सके।