TV देखकर की UPSC की तैयारी, पहले ही प्रयास में 5वीं रैंक हासिल कर बनीं IAS, कुछ ऐसे बनाई थी सृष्टि जयंत ने रणनीति 

 
IAS Officer Srushti Deshmukh Success Story

UPSC की सिविल सर्विस एग्जाम को देश के सबसे कठीन परीक्षाओं में से एक माना जाता है और हर साल लाखों छात्र इसमें शामिल होते हैं, लेकिन कुछ को ही सफलता मिल पाती है। सभी स्टूडेंट्स की तैयारी अलग-अलग होती है और अलग रणनीति अपना कर यूपीएससी एग्जाम में टॉप कर आईपीएस अफसर बनते हैं। ऐसा ही मध्य प्रदेश के भोपाल की रहने वाली सृष्टि जयंत देशमुख  ने कर दिखाया था, जिन्होंने टीवी देखकर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी की और पहले ही अटेम्ट में आईएस अफसर बन गईं।

सृष्टि जयंत देशमुख ने साल 2018 में पहली बार यूपीएससी की सिविल सर्विस एग्जाम  दी और पहले प्रयास में ही उन्होंने ऑल इंडिया में पांचवीं रैंक हासिल की। सृष्टि महिला कैंडिडेट्स में पहले स्थान पर रही थीं।

यूपीएससी पाठशाला की रिपोर्ट के अनुसार, इंजीनियरिंग के तीसरे साल में सृष्टि जयंत देशमुख को ख्याल आया कि इंजीनियर बनकर वह सिर्फ एक सिंपल नौकरी कर पाएंगी और इसके साथ वह पूरा जीवन नहीं बिता सकतीं। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया, लेकिन यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा के साथ ही इंजीनियरिंग भी पूरा किया।


सृष्टि जयंत देशमुख बताती हैं कि इंजीनियरिंग के साथ-साथ यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करना काफी मुश्किल थी। उन्होंने बताया कि अपना अधिकतम समय और एनर्जी यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के लिए लगाया। वहीं इंजीनियरिंग की तैयारी वह तब करती थीं, जब सेमेस्टर एग्जाम पास आ जाते थे। सृष्टि एक से डेढ़ महीने ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई करती थीं।

सृष्टि जयंत देशमुख की मां टीचर हैं और पिता इंजीनियर है। जब सृष्टि ने इंजीनियरिंग के साथ-साथ यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू की तो उनके माता-पिता ने सपोर्ट किया और उन्होंने कभी नहीं पूछा कि क्या कर रही हो, क्यों कर रही हो या यह कैसे होगा। उन्होंने हमेशा ही सृष्टि को एक हेल्दी एनवायरमेंट देने की कोशिश की।

सृष्टि जयंत देशमुख बताती हैं कि यूपीएससी की तैयारी के लिए फोकस काफी जरूरी है और सोच लिया था कि मेरा पहला प्रयास ही मेरा अंतिम प्रयास होगा। इसलिए मैंने तैयारी की शुरू करने से पहले ही सोशल मीडिया अकाउंट्स डिलीट कर दिए थे।


यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के लिए सृष्टि जयंत देशमुख रोजाना अखबार जरूर पढ़ती थीं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि राज्य सभा टीवी देखकर भी तैयारी में बहुत मदद मिली और इसके अलावा ऑनलाइन स्टडी मैटीरियल का भी इस्तेमाल किया।