होली भारतीय संस्कृति का अत्यंत श्रेष्ठ  व महत्त्वपूर्ण त्यौहार है - वीरेंद्र सिंह

 

होली भारतीय संस्कृति का अत्यंत श्रेष्ठ  व महत्त्वपूर्ण त्यौहार है।होली का त्यौहार भारतीय संस्कृति के मूलभाव प्रेम व क्षमा को सार्थक करता है। उपरोक्त शब्द एडवोकेट वीरेन्द्र सिंह भादू ने खंड के गांव माधोसिघाना में स्थित स्वामी विवेकानन्द लाइब्रेरी में आयोजित होली उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहे।

उपरोक्त कार्यक्रम में एडवोकेट वीरेन्द्र सिंह भादू ने जहां मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की तो वहीं पर लाइब्रेरी की निदेशिका रेणू डूडी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस मौके पर भागमल डूडी, डॉ सतबीर सिंह सूर्यवंशी, डॉ धर्मेन्द्र डूडी, सुमित शर्मा, सुनील छिम्पा सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग व विधार्थी उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरुआत छात्राओं ने भारतीय संस्कृति के अनुरूप कार्यक्रम में उपस्थित मेहमानों को तिलक लगाकर कर व उनके हाथों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर की। एडवोकेट भादू ने उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि होली भारतीय संस्कृति का एक ऐसा विशेष त्यौहार है जोकि भारतीय नागरिकों को अपने समस्त मनमुटाव मिटाकर आपस में मिलजुल कर रहना सिखाता है।होली के रंग और होली का हर्ष - उल्लास लोगों के समस्त आपसी भेद समाप्त कर उन्हे एक सूत्र में पिरो देते हैं।

लाइब्रेरी निदेशका रेणू डूडी ने उपस्थित मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि जब वर्तमान स्थिति में लोग एक दूसरे से दूर होते जा रहे हैं तो ऐसी स्थिति में भारतीय तीज त्यौहारों पर मिलन समारोह व उत्सव मनाएं जाने बहुत ही जरूरी है ताकि लोगों में आपसी मेलमिलाप की भावना उत्पन्न हो।