हरियाणा सरकार हर जिले में स्थापित करेगी बायो गैस प्लांट, लोगों को फ्री मिलेगी गैस, जानें सरकार का प्लान 

 

Haryana News: चौतरफा महंगाई की मार झेल रहे आमजन के लिए हरियाणा सरकार एक अच्छी खबर लेकर आई है. प्रदेश सरकार सूबे के प्रत्येक जिले में सामुदायिक बायो गैस प्लांट स्थापित करने जा रही है, जिससे गांव के लोगों को फ्री में गैस उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए ग्रामीणों को पशुओं का गोबर और गीला कचरा उपलब्ध कराना होगा. 

करनाल से शुरुआत

करनाल के घरौंडा में पहला सामुदायिक बायो गैस प्लांट बनाया जा रहा है, जिसके अगले तीन महीने में बनकर तैयार होने का दावा किया जा रहा है. यहां असंध ब्लाक के हसनपुर गांव में पहला बायो गैस प्लांट बनाया जाएगा, जिसपर करीब 92 लाख रुपए की लागत राशि खर्च होगी. 

400 क्यूबिक गैस का उत्पादन

हसनपुर में बनने वाले बायो गैस प्लांट में 400 क्यूबिक फिट गैस का उत्पादन किया जाएगा. जिससे एक समय में सौ घरों में चूल्हा जलाया जा सकता है. पंचायती राज विभाग के एक्सइएन परविंद्र सैनी ने बताया कि बायो गैस प्लांट के लिए उपभोग से अधिक गोबर उपलब्ध कराने वाले किसान और पशुपालकों को प्रशासन की ओर से राशि की अदायगी की जाएगी.

 जबकि गोबर उपलब्ध न कराने और गैस का उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं से प्रशासन निर्धारित राशि लेगा. इससे बेसहारा पशुओं पर लगाम लगेगी. उन्होंने बताया कि सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में छह महीने में सामुदायिक बायो गैस प्लांट बनाने का निर्णय लिया है.

बर्तन काले और बदबू की नहीं होगी समस्या

अभी तक बायो गैस प्लांट से खाना पकाने के दौरान बर्तन काले होने और दुर्गंध आने की शिकायत आती है, लेकिन सामुदायिक बायो गैस प्लांट में विशेष फिल्टर लगाया जाएगा. जिससे बर्तन न काले होंगे और न ही गैस से दुर्गंध आएगी.

सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि आज शहर से लेकर गांवों तक गैस पर खाना पकाया जा रहा है. लेकिन LPG गैस की बढ़ती कीमतें आमजन की जेब ढीली कर रही है. आज गैस सिलेंडर का रेट 1150 रूपए हो चुका है. ऐसे में प्रदेश की जनता को राहत देने के लिए सरकार नई योजना लेकर आई है. इस योजना के तहत प्रथम चरण में प्रदेश सभी 22 जिलों के एक गांव में सामुदायिक बायो गैस प्लांट स्थापित किए जायेंगे. प्लांट के लिए गांव से ही गोबर और गीला कचरा एकत्रित किया जाएगा. जिससे प्लांट में गैस का उत्पादन होगा.