पीएम नरेंद्र मोदी आज करेंगे लोकपाल योजना की शुरुआत, जानिए इस योजना के बारे में और ये आपके लिए कितना है जरूरी
 

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारतीय रिजर्व बैंक की दो ग्राहक केंद्रित पहलों- भारतीय रिजर्व बैंक की खुदरा प्रत्यक्ष योजना और रिजर्व बैंक के एकीकृत लोकपाल योजना की शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक खुदरा प्रत्यक्ष योजना का उद्देश्य सरकारी प्रतिभूति बाजार में खुदरा निवेशकों की पहुंच बढ़ाना है। इसके तहत खुदरा निवेशकों के लिए भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी प्रतिभूतियों में सीधे निवेश करने का रास्ता खुल जाएगा।

पीएमओ ने कहा, ‘‘निवेशक भारतीय रिजर्व बैंक के हवाले से ऑनलाइन सरकारी प्रतिभूति खाते आसानी से खोल सकते हैं और उन प्रतिभूतियों का रख-रखाव कर सकते हैं। यह सेवा निशुल्क होगी।’’


एक भारत, एक लोकपाल योजना
पीएमओ के मुताबिक एकीकृत लोकपाल योजना का उद्देश्य शिकायतों को दूर करने वाली प्रणाली में और सुधार लाना है ताकि संस्थाओं के खिलाफ ग्राहकों की शिकायतों को दूर करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक नियम बना सके। पीएमओ ने कहा, ‘‘इस योजना की केंद्रीय विषयवस्तु ‘एक राष्ट्र-एक लोकपाल’ की अवधारणा पर आधारित है। इसके तहत एक पोर्टल, एक ई-मेल और एक पता होगा, जहां ग्राहक अपनी शिकायतें दायर कर सकते हैं। ग्राहक एक ही स्थान पर अपनी शिकायत दे सकते हैं, दस्तावेज जमा कर सकते हैं, अपनी शिकायतों-दस्तावेजों की स्थिति जान सकते हैं और फीडबैक दे सकते हैं।’’

इसके लिए एक बहुभाषी टोल-फ्री नंबर भी दिया जायेगा, जो शिकायतों का समाधान करने तथा शिकायतों को दायर करने के बारे में सभी जरूरी जानकारी प्रदान करेंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास भी उपस्थित रहेंगे।

क्या है लोकपाल
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ। मनमोहन सिंह के दूसरे कार्यकाल के दौरान लोकपाल तथा लोकायुक्त अधिनियम, 2013 का गठन किया गया था। इसके तहत केंद्र के लिए लोकपाल और राज्यों के लिए लोकायुक्त की व्यवस्था बनाई गई थी। लोकपाल और लोकायुक्त को संवैधानिक दर्जा प्राप्त नहीं है, ये दोनों ही संस्थाएं वैधानिक निकाय हैं। लोकपाल, Ombudsman (स्वीडन में प्रशासकीय और जनप्रतिनिधियों के कार्यों की निगरानी के लिए स्थापित की गई संस्था) की तरह काम करता है। ये संस्था एक निश्चित श्रेणी के अंतर्गत आने वाले सरकारी अधिकारियों के कामों की निगरानी करता है और उनके खिलाफ दर्ज की गई शिकायतों की जांच करता है। ये संस्था जांच में दोषी पाए जाने वाले के व्यक्ति विशेष या संस्था के खिलाफ कार्रवाई करता है।

क्यों जरूरी है लोकपाल
हमारे देश में किसी भी मामले में हमेशा से ही प्रत्यक्ष जांच की मांग की जाती है। हालांकि, सत्ताधारी लोग या ताकतवर लोग (राजनीति में मजबूत) अपनी पावर का गलत इस्तेमाल करते हुए भ्रष्टाचार करने के बाद भी बच जाते हैं। ऐसे में लोकपाल, भ्रष्टाचार संबंधी मामलों में एक स्वतंत्र संस्था के रूप में काम करेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। देश के हालातों को देखते हुए लोकपाल बहुत जरूरी है ताकि भारत को अंदर ही अंदर खोखला करने वाले अधिकारियों पर लगाम कसी जा सके।