एस्ट्रोलॉजर बनकर भी बना सकते है अपना करियर, जानिये कैसे ?

 

जैसा की आपको पता ही हैं कि आजकल प्रत्येक शख्स अपने वर्तमान कामों को छोड़कर अपने भविष्य को जानना चाहता है। ऐसे व्यक्तियों का कहना है कि ग्रह, नक्षत्र तथा प्रकृति की दशाओं के चलते उनकी जिंदगी प्रभावित होती है। इसका प्रभाव सीधे तौर पर उनकी जिंदगी पर भी पड़ता है। ऐसे व्यक्तियों के कारण ज्योतिष विज्ञान का आरम्भ हुआ तथा एस्ट्रोलॉजी जैसे करियर का विकल्प सामने आया। 

ज्योतिष विज्ञान के बारे में :-
सबसे प्रथम प्रश्न है कि ज्योतिष विज्ञान है क्या। तो आपको बता दें कि ज्योतिष विज्ञान ग्रहो को जानने की एक प्राचीन परम्परा है। यह ग्रहो का मानव जीवन पर पड़ने वाले असर इन प्रभावों के दोषों से बचने के उपाय जानने की एक तकनीक है। पहले जमाने में ऋषि-मुनि इस तकनीक का उपयोग करते थे। ज्योतिष ग्रहों की एक प्रकार की गणितीय गणना है। जिससे ग्रहों के हालात का मानव जीवन पर अनुकूल एवं प्रतिकूल असर का पता चल जाता है, कि किस ग्रह का असर ठीक रहेगा, किसका असर बुरा हो सकता है। इन दोषों का पता करके इनके असर को ख़त्म किया जा सकता है। इसी को ज्योतिष विज्ञान बोला जाता है।

ये होनी चाहिए शैक्षणिक योग्यता:-
यदि आप ज्योतिष विज्ञान क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो आपका किसी भी स्ट्रीम से 12वीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त आपकी ज्योतिष शास्त्र में ज्ञान होना भी जरुरी है। आजकल इस क्षेत्र में शानदार करियर बनाने के लिए कंप्यूटर तथा इंटरनेट का उचित तथा अच्छा ज्ञान होना भी आवश्यक हो गया है। इसके लिए आपका मकसद केवल पैसा कमाना न होकर सेवा भाव भी होना चाहिए। आपके भीतर व्यक्तियों को प्रभावित करने की क्षमता बहुत आवश्यक है। ज्योतिष विज्ञान कोर्स की फीस अन्य कोर्सेज की तुलना में बहुत कम है। आप 10 हजार से 50 हजार रुपए के शुल्क में प्रमाण पत्र तथा डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। फिलहाल इस क्षेत्र में काफी अच्छा स्कोप है।

ये हैं ज्योतिष विज्ञान के प्रमुख क्षेत्र:
आचार्य अजय वर्मा के अनुसार ज्योतिष विज्ञान के मुख्य तौर पर 5 फील्ड हैं।
1. हस्तरेखा ज्योतिष विज्ञान
2. रत्न ज्योतिष विज्ञान
3. वास्तु ज्योतिष विज्ञान
4. अंक ज्योतिष विज्ञान
5. तारकीय ज्योतिष विज्ञान