जिस थाने में पिता था CI, उसी थाने में बेटी बनकर आई DSP, फिर पिता ने ऐसे किया सैल्यूट

Jobs Haryana, Father Ci and daughter DSP दुनिया में सिर्फ़ माता-पिता ही ऐसे होते हैं जो ये चाहते हैं कि उनके बच्चे भविष्य न केवल क़ामयाब हों, बल्कि उनसे भी एक क़दम आगे निकलें। हमें अक्सर ऐसा कई बार देखने को मिलता है जब बच्चे अपनी मेहनत से अपने पिता से आगे निकल जाते हैं।
 

Jobs Haryana, Father Ci and daughter DSP

दुनिया में सिर्फ़ माता-पिता ही ऐसे होते हैं जो ये चाहते हैं कि उनके बच्चे भविष्य न केवल क़ामयाब हों, बल्कि उनसे भी एक क़दम आगे निकलें। हमें अक्सर ऐसा कई बार देखने को मिलता है जब बच्चे अपनी मेहनत से अपने पिता से आगे निकल जाते हैं। किसी भी पिता के लिए इससे बड़ी ख़ुशी और गर्व की बात और क्या हो सकती है।

ऐसे ही एक ख़ुशनसीब पिता श्याम सुंदर भी हैं। आंध्र प्रदेश पुलिस में सीआई पद पर कार्यरत श्याम सुंदर के लिए 3 जनवरी का दिन उनकी ज़िंदगी का सबसे ख़ूबसूरत दिन था। इस दिन को श्याम सुंदर शायद ही कभी भूल पाएं।।

दरअसल, आंधप्रदेश पुलिस ने 3 जनवरी 2021 को तिरुपति में ‘पुलिस ड्यूटी मीट 2021’ का आयोजन किया था। जिसका उद्घाटन डीजीपी गौतम सवांग ने किया। इस कार्यक्रम में जब CI श्याम सुंदर ने अपनी सीनियर अफ़सर और DSP बिटिया को सबके सामने ‘नमस्ते मैडम’ कहकर सैल्यूट किया तो उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया। DSP बिटिया को सबके सामने सैल्यूट मारने वाले इस पिता की ये तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रही है।

बता दें कि श्याम सुंदर की बेटी जेसी प्रशांति साल 2018 बैच की पुलिस अफ़सर हैं। वो वर्तमान में आंध्रप्रदेश के गुंटूर दक्षिण (शहर) में बतौर डीएसपी तैनात हैं। जबकि उनके पिता श्याम सुंदर, तिरुपति कल्याणी डेम पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में सीआई के रूप में कार्यरत हैं।

आंध्र प्रदेश पुलिस विभाग ने पिता-बेटी की इस तस्वीर को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा ‘ऑल द बेस्ट प्रशांति!

सीआई श्याम सुंदर की भी पुलिस मीट में ड्यूटी थी। संयोग से 3 जनवरी को तिरुपति में आयोजित आंध्रप्रदेश पुलिस के ‘पुलिस ड्यूटी मीट 2021’ में प्रशांति और उनके पिता श्याम सुंदर ड्यूटी लगी हुई थी। इस दौरान जब पिता बेटी का सामना हुआ तो श्याम सुंदर ने तपाक से बेटी को सलाम ठोक दिया। इसके बाद प्रशांति ने भी पिता को सैल्यूट किया और उनका आशीर्वाद लिया। अफ़सर बिटिया को सलाम करते वक़्त वे श्याम सुंदरबेहद ख़ुश खुश और गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।