Mona Murder Case: प्यार, तकरार और मर्डर...शातिर की चाल का पर्दाफाश, यहां पढें क्राइम की इनसाइड स्टोरी 

दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल ने जिस तरह की घटना को अंजाम दिया और दो साल तक पुलिस के साथ अन्य सभी को चकमा देता रहा। 
 

Mona Murder Case: दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल ने जिस तरह की घटना को अंजाम दिया और दो साल तक पुलिस के साथ अन्य सभी को चकमा देता रहा। उससे पुलिस विभाग का दिमाग भी हिल गया है। दिल्ली पुलिस के इस कांस्टेबल ने एकतरफा प्यार में एक साथी महिला हेड कांस्टेबल की हत्या कर दी। दो साल पहले इस घटना को अंजाम दिया गया।

इसके बाद हर पल परिजनों को अहसास दिलाता रहा कि उनकी पुलिसकर्मी बेटी ज़िंदा है। साथ ही पुलिस और परिजनों के साथ पुलिसकर्मी लड़की की तलाश भी कराता रहा। पिछले दो साल से ये सिलसिला चल रहा था, लेकिन ये राज अब खुल चुका है।

सितंबर 2021 से गायब थी मोना

 सितंबर 2021 से मोना गायब थी. यानी दो साल पहले सितंबर में उसका मर्डर हुआ था।दो साल बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के जवान दिल्ली के अलीपुर के इस नाले में मोना का शव ढूंढ़ रहे हैं।
 

'डैडा' और 'बेटा' वाला रिश्ता
 
पुलिस के मुताबिक मोना साल 2014 में दिल्ली पुलिस में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुई थी। मोना से दो साल पहले सुरेंद्र राणा दिल्ली पुलिस में भर्ती हुआ था। दोनों दिल्ली पुलिस की पीसीआर यूनिट में तैनात थे। वहीं दोनों संपर्क में आए। मोना सुरेंद्र को प्यार से 'डैडा' बुलाती थी और सुरेंद्र उसे 'बेटा' बोलता था।

यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर

मोना का सलेक्शन यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के लिए भी हो गया. लेकिन वो दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़ मुखर्जी नगर में यूपीएससी की तैयारी करने लगी. सूत्रों की मानें तो अच्छी भली नौकरी छोड़ यूपीएससी की तैयारी करने को लेकर भी सुरेंद्र को मोना से दिक्कत होने लगी थी.  

गला दबाकर हत्या 

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी रवींद्र यादव ने बताया, मोना पर सुरेंद्र बुरी नजर रखने लगा था। जब मोना ने इसका विरोध किया तो वो 8 सितंबर 2021 को मोना को अलीपुर अपने घर की तरफ ले गया और एक बड़े नाले में उसको धक्का दिया। उसके बाद गला दबाया और उसकी हत्या कर दी।

2 साल तक छिपाया राज

सुरेंद्र ने जिस तरह मोना की हत्या की, उससे कहीं ज्यादा हैरतअंगेज उसका वो तरीका है, जिसके जरिये उसने हत्या का राज छिपाने की कोशिश की.