Indian Women Wrestler: WWE में भाग लेने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर कविता देवी पर बनेगी फिल्म, जानें पूरी खबर

 
sai baba

Indian Women Wrestler: हरियाणा के जींद की  पहलवान कविता देवी की पहचान दुनिया में एक ऐसे शख्स के तौर पर होती है, जिन्होंने पहली भारतीय महिला रेसलर के रूप में WWE में हिस्सा लिया और साबित किया कि भारतीय महिलाएं किसी भी मामले में कम नहीं हैं।

Kavita Devi becomes first Indian woman wrestler to compete in WWE - WWE में  पहली बार भारत की महिला रेसलर, धूल चटाने के लिए तैयार

कविता देवी पर बायोपिक

भारत की फर्स्ट लेडी अवॉर्ड से सम्मानित और हरियाणा के जींद के जुलाना के गांव मालवी निवासी महिला पहलवान कविता देवी पर बायोपिक बनेगी। फिल्म बनाने को लेकर कविता देवी का मुंबई की टीम के साथ कांट्रैक्ट साइन हो गया है। दंगल, मेरीकॉम समेत दूसरी बायोपिक फिल्मों की तरह कविता देवी की जिंदगी भी पर्दे पर दिखेगी। फिलहाल वह आम आदमी पार्टी से जुड़ी हुई हैं। 

कविता ने इस वीडियो के जरिए विदेशों में भी बटोरी थी सुर्खियां 

 जुलाना के छोटे से गांव मालवी के किसान परिवार में जन्मी कविता देवी को शुरू से ही दूध-दही खाने का शौक था। ग्रामीण परिवेश से निकलकर समाज और आर्थिक हालातों से लड़ते हुए कविता ने मेहनत की और धीरे-धीरे मेडलों की झड़ी लगा दी। कविता ने वेट लिफ्टिंग में नेशनल गेम्स में कई मेडल जीते।

साउथ एशियार्ड में कविता ने गोल्ड मेडल जीता

इसके अलावा साल 2016 में साउथ एशियार्ड में कविता ने गोल्ड मेडल जीता था। कविता डब्ल्यूडब्ल्यूई की फाइट देखती थी। उसकी इच्छा भी थी कि वह भी इस तरह की फाइटों में भाग ले। इसको लेकर कविता ने जालंधर की एक एकेडमी में ट्रेनिंग शुरू की। वहां डब्ल्यू डब्ल्यू ई की फाइटिंग के लिए मेहनत करने लगी। साल 2016 में ही कविता दलाल देसी अंदाज में सूट सलवार पहनकर WWE के रिंग में उतरी। उसने विश्व स्तर की पहलवान को जबरदस्त पटखनी दी थी। इसकी वीडियो वायरल हुई तो देश ही नहीं, विदेशों में भी कविता दलाल ने सुर्खियां बटोरी।



राष्ट्रपति ने दिया था फर्स्ट लेडी का अवॉर्ड

कविता देवी ने यूएसए से डब्ल्यूडब्ल्यूई की टीम आई तो उसका सिलेक्शन हुआ था। दुबई में होने वाली फाइटिंग के लिए वह भारत से अकेली महिला पहलवान थी। WWE के इवेंट में भी उसने सूट और सलवार में ही फाइटिंग की और भारतीय कल्चर को बढ़ावा दिया था। इसके बाद उसकी पहचान बनने लगी। साल 2017 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें फर्स्ट लेडी के अवॉर्ड से सम्मानित किया था।