Indian Food Ban in Other Countries: अपने 7 पसंदीदा फूड जो विदेशों में हैं बैन, जानिए क्या हैं कारण 

 

  Indian Food Ban in Other Countries: आज हम आपको 7 प्रकार की ऐसी चीजें बताते हैं जिनको किसी कारण से विदेशों में बैन कर दिया गया है। जी हां यह बात सच है। 

जिन चीजों को हम बड़े चाव से खाते हैं उनको बैन कर दिया गया है , ऐसा क्या है कारण यहाँ जान लें पूरी बात।

 आपको पता हैं  हम भारतीयों का काम ही समोसे के बिना नहीं चलता, तो वहीं ज़रा सा सर्दी-ज़ुकाम हो तो घर में च्यवनप्राश खाने की सलाह मिल जाती है। 

 हालांकि आपको शायद ही पता ता होगा कि इन समोसा और च्यवनप्राश समेत कुल 7 ऐसी चीज़ें हैं, जो दुनिया के अलग-अलग देशों में बैन हैं. चलिए आपको बताते हैं इनके बारे में.


समोसे

चाय की बात आए और आप कहीं ऐसी जगह पर हों, जहां समोसे तले जा रहे हों, तो बिना मन के भी एक समोसा तो आदमी खा ही लेता है. हालांकि हमारे पसंदीदा समोसे पर सोमालिया में अल शबाब ग्रुप के चलते पाबंदी है. उन्हें दिक्कत है समोसे के मासूम के तिकोने शेप पर. उन्हें कुछ भी लगे, हम भारतीय छककर समोसे खाते हैं.

च्यवनप्राश

सर्दी-जुकाम और इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर घर-घर में पाए जाने च्यवनप्राश पर भी एक देश में पाबंदी लगी हुई है. यहां मामला धार्मिक नहीं है बल्कि कनाडा में साल 2005 से च्यवनप्राश पर यह कहकर रोक लगाई गई है कि इसमें उच्च स्तर पर लीड और मरक्यूरी पाया जाता है.


 घी

हम भारतीयों के खाने का स्वाद ही घी से बढ़ता है. दाल-सब्ज़ी से लेकर रोटियों और पराठों पर भी भर-भरकर घी लगाया जाता है. हालांकि अमेरिका में घी पर पाबंदी लगाई गई है क्योंकि उनके मुताबिक इससे हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे जैसी बीमारियां होने का खतरा है.


केचअप

बर्गर से लेकर कुछ लोग तो पिज्ज़ा पर भी केचअप डालकर खाते हैं. दुनिया भर में इसका स्वाद एंजॉय किया जाता है और बच्चों का तो ये फेवरेट है. ऐसे में आपको जानकर झटका लगेगा कि फ्रांस में इस पर रोक लगाई गई है क्योंकि टीनएज के बच्चे इसे कुछ ज्यादा ही खा रहे थे.

च्युइंग गम

स्टाइल मान लें या फिर गम की एक्सरसाइज़, आपने च्युइंग गम चबाते हुए लोगों को अपने आसपास देखा ही होगा. सिंगापुर में च्युइंग गम पर साल 1992 में रोक लगाई गई थी ताकि यहां-वहां इसको चिपकाने से गंदगी न फैले.

कबाब 

मांसाहारी लोगों के लिए कबाब की क्या कीमत है, ये सिर्फ वही जान सकते हैं. मिडिल ईस्ट से आई हुई ये डिश भारत में खूब रची-बसी है लेकिन साल 2017 में वेनिंस में इस पर रोक लगा दी गई. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि शहर की परंपरा और अनुशासन बना रहे.

खसखस

अब बात खसखस के बीजों की, जिसे लेकर काफी विवाद रहा है. भारत में खसखस का इस्तेमाल शर्बत से लेकर तरह-तरह की चीज़ों में होता है लेकिन सिंगापुर, ताइवान, सऊदी अरेबिया और यूएई जैसे देशों में इस पर पाबंदी है क्योंकि इसमें मॉर्फीन कंटेंट पाया जाता है.