Chanakya niti: महिलाये रहती है उनसे संतुष्ट, जिस पुरुष में होते हैं ये 5 गुण

राजनीति विशारद, आचार-विचार के मर्मज्ञ कूटनीति में सिद्धहस्त आचार्य विष्णुगुप्त चाणक्य की कूटनितियां आज के समय में भी काफी सटीक बैठती हैं।
 

Chanakya niti: राजनीति विशारद, आचार-विचार के मर्मज्ञ कूटनीति में सिद्धहस्त आचार्य विष्णुगुप्त चाणक्य की कूटनितियां आज के समय में भी काफी सटीक बैठती हैं।

उन्होंने अपनी कूटनीतियों से अपने शिष्ट चंद्रगुप्त मौर्य को राजसिंहासन पर बैठाया था। वह चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री, गुरु, हितेषी तथा राज्य के संस्थापक थे।

कुटिल राजनीति विशारद होने के कारण इन्हें 'कौटिल्य' नाम से जाना गया। आचार्य चाणक्य ने 2500 ई। पूर्व  अर्थशास्त्र, लघु चाणक्य, वृद्ध चाणक्य, चाणक्य-नीति शास्त्र लिखा था,

जिसमें लिखी हुई बातों का अगर कोई आज के समय में भी पालन करता है तो जीवन में काफी आगे बढ़ सकता है। अश्विनी पाराशर की बुक 'चाणक्य नीति' के मुताबिक, चाणक्य-नीति शास्त्र के छठवें अध्याय में आचार्य चाणक्य ने बताया है

कि इंसान कुत्ते से भी कुछ गुण सीख सकता है। अगर कोई इन तीन बातों को अपने जीवन में उतारता है तो वह जीवन में सफल भी हो सकता है। 

वह्वशी स्वल्पसन्तुष्टः सुनिद्रो लघुचेतनः । स्वामिभक्तश्च शूरश्च षडेते श्वानतो गुणाः ॥20॥

आचार्य चाणक्य बता रहे हैं कि कुत्ता भले ही जानवर है लेकिन इंसान कुत्ते से भी तीन गुण सीख सकता है। जिसमें संतोष, सतर्कता और स्वामिभक्ति शामिल हैं। अब यह भी जान लीजिए आचार्य चाणक्य क्यों बोलते हैं कि कुत्ते से भी तीन गुण सीखे जा सकते हैं। 

1.संतोष 

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि आशय यह है कि कुत्ता कितना ही भूखा क्यों न हो, उसे जितना मिल जाए, उसी में सन्तोष कर लेता है। साथ ही उसे जितना खिला दो, वह सब खा जाता है।

वह कभी नहीं कहता कि उसे कुछ अलग खाना है या फिर अगर आपने उसे पसंदीदा खाना नहीं दिया तो वह खाना नहीं खाएगा। इसलिए इंसान किसी भी चीज में संतोष होने का गुण कुत्ते से सीख सकता है।

2. सतर्कता 

आचार्य चाणक्य कुत्ते के गुणों का बखान करते हुए कहते हैं कि कुत्ते को थोड़ी ही देर में गहरी नींद आ जाती लेकिन जरा सी भी आहट आते ही वह तुरंत उठ खड़ा होता है और सतर्क हो जाता है। उसी तरह इंसान सतर्क होने का गुण कुत्ते से सीख सकता है।  

3. वफादारी 

आचार्य चाणक्य कुत्ते के वफादारी के गुण के बारे में कहते हैं कि मालिक के साथ वफादारी कुत्ते का स्वभाव होता है। इसलिए इंसान वफादारी का गुण कुत्ते से सीख सकता है।