Chanakya Niti: भावी पत्नी में देखें ये 5 गुण तो रहेगा जीवन सुखमय, जानें क्या है वो गुण

 

Chanakya Niti: भारतीय महान दार्शनिक चाणक्य ने सुखी वैवाहिक जीवन के लिए कुछ नीतियां बताई हैं. उनके अनुसार भावी पत्नी में व्यक्ति को निम्न पांच गुण देखने चाहिए जो सुखमय दाम्पत्य जीवन के लिए जरूरी हैं.

स्त्री के आंतरिक सौन्दर्य को दें महत्व

चाणक्य नीति के अऩुसार भावी पत्नी में रूप से ज्यादा आंतरिक सौन्दर्य देखना चाहिए. क्योंकि रूप ढल जाता है और आंतरिक सौन्दर्य याने उसके गुण हमेशा विद्यमान रहते हैं. इन गुणों के कारण व्यक्ति की गृहस्थी सुखमय हो जाती है. केवल रूप के मोह में विवाह करने जैसा निर्णय लेना बुद्धिमत्ता पूर्ण नहीं माना जाएगा. इससे बाद में पछतावा भी हो सकता है.

विवाह में स्त्री की सहमति अनिवार्य

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि विवाह का आधार हमेशा आपसी सहमति होना चाहिए. विवाह उसी स्त्री से करना चाहिए जो आपको पसंद करे और स्वेच्छा से आपसे विवाह करने को इच्छुक हो. किसी दवाबवश किया गया विवाह भविष्य में वैवाहिक जीवन में मुश्किलें खड़ी करता है. और हो सकता है कि आपका विवाह सफल ही न हो.

प्रमी स्त्री सुख देती है 

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो स्त्री आपको प्रेम करती है उससे ही विवाह करना चाहिए. वास्तव में प्रेम ही विवाह की सफलता का प्रमुख कारक है. जो स्त्री आपसे प्रेम करती है वह आपकी परवाह करेगी. कभी उदास नहीं देखना चाहेगी. उसका यही प्रेम आपके जीवन में सुख की बारिश कर देगा. चाहे कितने भी झगड़ें हों वो आपको मना लेगी. आपका वैवाहिक जीवन खुशियों से भर जाएगा.