Marathon running : हाथ में तिरंगा लेकर आखिर क्यूँ मैराथन में दौड़ी 80 साल की बुजुर्ग महिला,जानिए कितनी बार ले चुकी है मैराथन में भाग

भारती नाम की एक बुजुर्ग महिला अपने हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लेकर साड़ी और एक जोड़ी जूते पहनकर मैराथन दौड़ती हुई दिखाई दी । जिसकी वजह से वह मैराथन में चर्चा का विषय बन गई।

 

Marathon running : भारती नाम की एक बुजुर्ग महिला अपने हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लेकर साड़ी और एक जोड़ी जूते पहनकर मैराथन दौड़ती हुई दिखाई दी । जिसकी वजह से वह मैराथन में चर्चा का विषय बन गई।

जब महिला से पूछा गया की आप तिरंगा लेकर क्यूँ दौड़ रही हो तो उसने कहां की हर कोई जाने कि वह भारतीय है और उसे अपनी संस्कृति पर गर्व है, इसलिए वह दौड़ के दौरान तिरंगा लेकर चल रही थी। भारती लगभग 6  बार मैराथन में हिस्सा ले चुकी है। जिसके लिए वह प्रतिदिन अभ्यास करती है। 

मुंबई में आयोजित टाटा मुंबई मैराथन के इस साल की दौड़ में  55,000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था. इस साल विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों का समर्थन करने के लिए मुंबई में कई क्षेत्रों के लोग एक साथ दौड़ में शामिल हुए। इस दौड़ में युवा, विकलांग और वृद्ध नागरिक शामिल थे

भारती की पोती डिंपल मेहता फर्नांडिस ने वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड किया ताकि उनके परिवार और दोस्त इसे देख सकें. वीडियो में, भारती नाम की एक बुजुर्ग महिला राष्ट्रीय ध्वज के साथ साड़ी और एक जोड़ी जूते पहनकर मैराथन दौड़ती हुई दिखाई दे रही हैं। 
 
 

जिनको रनिंग पसंद है वो लेते है हिस्सा
 जिन लोगों को रनिंग करना पसंद है, वह मैराथन जैसे रेस में हिस्सा लेना पसंद करते हैं. हर उम्र के लोग दौड़ में हिस्सा लेते हैं और अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए जागरुक करते हैं. 

बुजुर्ग नागरिक ने मैराथन में लगाई दौड़
भारती ने 51 मिनट में 4.2 किलोमीटर दौड़ लगाई. डिंपल ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन दिया, "इस रविवार को टाटा मैराथन में भाग लेने वाली मेरी 80 वर्षीय नानी की दृढ़ इच्छाशक्ति और धैर्य से बहुत प्रेरित हूं." वीडियो में एक इंटरव्यू का एक क्लिप भी है जिसमें वह कहती है कि वह छठी बार मैराथन दौड़ रही हैं और वह इसके लिए हर दिन अभ्यास करती हैं.

बुजुर्ग महिला ने लोगों  को दिया ये सुझाव 
 वृद्ध महिला ने यह भी सुझाव दिया कि युवा लोग दौड़ने और अन्य जोरदार व्यायाम करके अधिक व्यायाम करें। इंटरनेट पर लोगों ने फिटनेस के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से प्रेरणा लेते हुए उनके उत्साह की प्रशंसा की. वार्षिक टाटा मुंबई मैराथन हर जनवरी के तीसरे रविवार को होती है. COVID-19 प्रतिबंधों के कारण दो साल तक स्थगित रहने के बाद यह आयोजन किया गया था।