हरियाणा में 7 महीने में 4 जगहों से मिल चुके IED, सभी को दिल्‍ली पहुंचाना चाहते थे आतंकी 

हरियाणा के रास्ते दूसरे राज्यों में आइईडी भेजे जाने का पर्दाफाश हुआ। हरियाणा में सात माह में चार जगह मिल चुके हैं आइईडी। चार अगस्त को कुरुक्षेत्र में मिला था डेढ़ किलो आइईडी। पांच मई को करनाल के मधुबन में पकड़े गए थे आइईडी हथियार और नकदी। 

 

कैथल। हरियाणा में पिछले सात माह में चार जगह आइईडी मिलने की घटनाएं एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। एक ही तरह के विस्फोटक डिवाइस और उनका टाइम पैटर्न दिखाता है कि हरियाणा के रास्ते यह प्रदेश के अलग-अलग राज्यों में पहुंचाए जाने थे। दिल्ली इनमें सबसे अहम है, लेकिन वहां तक पहुंचने से पहले ही यह बरामद कर लिए गए। जोकि राहत की बात है। 

चार अगस्त को कुरुक्षेत्र और सोमवार को कैथल में मिले आइईडी में सिर्फ कनेक्शन जोड़ने भर की कमी थी। बाकी इनमें आठ और नौ घंटे का टाइम सेट किया हुआ था,जो किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है। अंबाला, शाहाबाद, करनाल और कैथल में आइईडी की घटनाओं में मिले विस्फोटक के तरीके से यह तो तय है कि यह एक ही संगठन का काम है। 

इस बार ग्रामीण रूट पकड़ा 

पहली तीनों घटनाओं में अंबाला, शाहाबाद और करनाल तीनों जीटी रोड पर हैं, जो दिल्ली तक पहुंचता है। कैथल में जिस रूट पर आइईडी मिला है, वह एक ग्रामीण रूट है और दिल्ली तक ही जाता है। हरियाणा के रास्ते इधर से उधर विस्फोटक की सप्लाई का खेल चल रहा है। इस पूरे रैकेट के पाकिस्तान से भी जुड़े होने की आशंका है, क्योंकि करनाल में पकड़े गए चारों आतंकियों का संपर्क पाकिस्तान के एक व्यक्ति से मिला था। उस व्यक्ति ने ही इन चारों को हथियार और आइईडी तेलंगाना के नक्सली संगठनों तक पहुंचाने के लिए कहा था। ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि कैथल में मिला आइईडी भी पाकिस्तान से आया होगा। 

कुरुक्षेत्र में मिले विस्फोटक के तार जुड़े तरनतारन से 

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआइए) इस पूरे रैकेट के पीछे लगी हुई है। एसपी कैथल मकसूद अहमद के मुताबिक यहां मिले आइईडी की सूचना भी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के जरिये ही मिली। बता दें कि चार अगस्त को कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में आइईडी के साथ पकड़ा गया व्यक्ति पंजाब के तरनतारन का था। एनआइए की टीम इससे पहले दो अगस्त और आठ मई को तरनतारन से ही आइईडी और साढ़े तीन किलो आरडीएक्स बरामद कर चुकी थी। 

पंजाब से हरियाणा में सुलभ प्रवेश 

हरियाणा में पंजाब से आने-जाने वालों के लिए एक सुगम और सुलभ प्रवेश है। अभी चूंकि उत्तरी हरियाणा के जिलों में ही आइईडी मिलने की घटनाएं सामने आई हैं तो माना जा रहा है कि अंबाला और कैथल के रास्ते ही हरियाणा में विस्फोटक का प्रवेश हो रहा है। कैथल के गुहला क्षेत्र में पंजाब से आने वालों की कोई चेकिंग नहीं है। सीमा पर आसानी से सामान इधर से उधर हाेता है। इसमें बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ भी शामिल हैं।