BJP विधायक का ये किस महिला अधिकारी पर आया दिल, जिन्हे लोग बोल रहे हरियाणा की होने वाली IAS बहू

IAS परी बिश्नोई ने हाल ही में हरियाणा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई से सगाई कर ली हैं। जिसके कारण वह इन दिनों काफी सुर्ख़ियों में है।
 

IAS Pari Bishnoi And Bhavya Bishnoi: IAS परी बिश्नोई ने हाल ही में हरियाणा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई से सगाई कर ली हैं। जिसके कारण वह इन दिनों काफी सुर्ख़ियों में है। साथ ही परी और उनके मंगेतर भव्य विश्नोई की सगाई की तस्वीरें भी खूब वायरल हो रही हैं। आपको बता दें भव्य विश्नोई हरियाणा की आदमपुर सीट से बीजेपी के विधायक हैं।

​2020 में आईएएस बनीं Pari Bishnoi

परी विश्नोई 2020 में आईएएस बनीं है। परी ने अपनी एजुकेशन राजस्थान के अजमेर सिटी से की है। साथ ही इनकी पढ़ाई की बात की जाए तो इन्होने सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से आपकी पूरी स्कूली पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद ग्रेजुएशन के लिए उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वुमेन में एडमिशन लिया। ग्रेजुएशन की डिग्री लेने के बाद परी ने MDS यूनिवर्सिटी ( अजमेर) से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट- ग्रेजुएट की।

​तीसरे प्रयास में की सफलता प्राप्त ​

अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद परी ने नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट- जूनियर रिसर्च फैलोशिप यानी नेट- जेआरएफ क्लियर किया। इसके बाद आईएएस बनने की तैयारी की। परी विश्नोई ने अपने तीसरे प्रयास में जनरल कैटेगरी में 30वें स्थान हासिल कर मुकाम हासिल किया। उन्हें IAS (CSE 2019) प्राप्त करने में सफलता मिली।

एक सामान्य परिवार से है पारी बिश्नोई 

IAS अधिकारी परी विश्नोई ने कड़ी मेहनत और अपनी प्रतिभा से अपना IAS बनने का सपना पूरा किया। एक सामान्य परिवार से आने वाली परी विश्नोई वर्तमान में सिक्किम की राजधानी गंगटोक में SDM के पद पर कार्यरत है।

एक छोटे से गांव में जन्मी एक IAS अधिकारी ​​

आपको बता दें परी बिश्नोई का जन्म राजस्थान के बीकानेर जिले में हुआ। जिले के काकड़ा गांव में जन्मीं परी विश्नोई का फोकस शुरू से ही एजुकेशन पर रहा। लिहाजा आप उन्होंने IAS जैसी कठिन परीक्षा को क्रैक कर बड़ी सफलता हासिल की। 

परी की मां सुशीला विश्नोई वर्तमान में जीआरपी में एक पुलिस अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। वहीं उनके पिता मनीराम बिश्नोई एक वकील हैं। परी बिश्नोई के दादा गोपीराम बिश्नोई चार बार काकड़ा के गांव के सरपंच रह चुके हैं।