UPSC Story: पहली बार में पास की UPSC की परीक्षा,मेहनत और संघर्ष के बूते बढाया सूबे का मान
सक्सेस स्टोरी: देश की सबसे बड़ी परीक्षा UPSC को पास करने के लिए उम्मीदवारों को कई सालों तक मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन आज अपनी हम बात करने जा रहे हैं अक्षिता गुप्ता की. जिन्होंने पहले ही प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस बनने का सपना पूरा किया.
सबसे खास बात यह है कि उन्होंने अस्पताल में काम करते हुए इस परीक्षा की तैयारी की. नौकरी के साथ परीक्षा की तैयारी करने वाली अक्षिता ने साल 2020 में पहले ही प्रयास में 69वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनने का गौरव हासिल किया.
IAS बनने के बाद मिला पंजाब कैडर
हरियाणा के अंबाला की रहने वाली अक्षिता ने एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है. उनके पिता का नाम पवन गुप्ता है, जो सार्थक मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल हैं. उनकी माता का नाम मीना गुप्ता है और वह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रामगढ़ में गणित व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं. आईएएस बनने के बाद उन्हें पंजाब कैडर दिया गया है.
एमबीबीएस के साथ IAS का सपना
एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही अक्षिता का आईएएस बनने का सपना था इसलिए उन्होंने एमबीबीएस के तीसरे साल से ही इसकी तैयारी शुरू कर दी थी. वह रोजाना 13 से 14 घंटे पढ़ाई करती थी. इसके अलावा वह बताती हैं कि नौकरी के दौरान अगर उन्हें 15 मिनट का भी ब्रेक मिलता था तो मैं उसमें भी रिवीजन कर लेती थी. एक मेडिकल छात्र होने के नाते उन्होंने इसे मुख्य परीक्षा में एक वैकल्पिक विषय के रूप में चुना ताकि वह एक ऐसे विषय पर ज्यादा समय बर्बाद न करें जो उन्हें शुरू से पढ़ना था.
ऐसे पाई सफलता
अक्षिता ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए तीन प्रमुख बिंदुओं को पढ़ना, मुख्य बिंदुओं को रेखांकित करना और हाइलाइट किए गए बिंदुओं को तीसरी बार पढ़ना जैसे नियम बनाए. उन्होंने यूपीएससी पाठ्यक्रम के अनुसार अपनी सभी चिकित्सा पुस्तकों को फाड़ा और उनमें से आवश्यक अध्याय एकत्र किए ताकि वे पाठ्यक्रम के अनुसार जल्दी से तैयारी कर सकें.
इंटरव्यू के लिए कई मॉक टेस्ट दिए
वह कहती हैं कि प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने इंटरव्यू के लिए कई मॉक टेस्ट दिए, जिससे उन्हें इंटरव्यू के दौरान काफी मदद मिली. इस प्रकार उन्होंने बेहतर और स्मार्ट तैयारी के साथ पहले ही प्रयास में तीनों परीक्षाओं (प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार) को पास कर लिया.