UPSC Results: हरियाणा के अभिनव सिवाच ने UPSC में पाया 12 वां स्थान, यहां देखें संघर्ष से मंजिल तक की दास्तान 

 

UPSC Results: मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता होसलों से उड़ान होती है। जी, हां इस बात को सच साबित किया है हरियाणा के अभिनव सिवाच ने। अभिनव ने यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की ओर से आज 2022 सिविल सेवा परीक्षा में 12वां रैंक हासिल कर फतेहाबाद और हरियाणा का नाम रोशन कर दिया है। फतेहाबाद जिले के गांव गोरखपुर निवासी अभिनव सिवाच ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में 12 वां रैंक हासिल किया है।जिसके बाद हर तरफ बधाई देने वालों का तांता लगा है। आपको बताते हैं कि अभिनव ने कैसे ये मुकाम हासिल किया....

DANICS में 16वां रैंक हासिल

अभिनव ने पहले दिल्ली अंडमान-निकोबार लक्षद्वीप दमनद्वीप दादरा नागर हवेली सिविल सर्विस (DANICS) में 16वां रैंक हासिल किया था, परंतु वे IAS बनना चाहते थे। इसलिए उन्होंने दोबारा परीक्षा दी और 12वां रैंक हासिल किया।

माता-पिता से मिलता था मोटिवेशन

अभिनव ने कहा कि एसडीएम होते हुए परीक्षा की तैयारी की। उसे खुद भी विश्वास नहीं था कि वह ये रैंक हासिल करेंगे। नौकरी करते हुए काम की थकान के कारण वे निराश हो जाते थे। मन तैयारी करने को नहीं करता था। परंतु मम्मी-पापा की मोटिवेशन से फिर तैयारी करने बैठ जाता।

SDM के पद पर कार्यरत हैं अभिनव

अभिनव सिवाच फिलहाल दिल्ली में SDM के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले टोहाना में नायब तहसीलदार भी रहे चुके हैं। उनका परिवार फिलहाल हिसार और गुरुग्राम में रह रहा है। अब रैंक के अनुसार सभी प्रतिभागियों को IAS-IFS, इंडियन पुलिस सर्विस व सेंट्रल सर्विस ग्रुप A और B की सर्विस दी जाएगी।

नौकरी के साथ रोजाना 8 घंटे की पढ़ाई

अभिनव सिवाच ने बताया कि शुरुआत से ही उन्होंने IAS ऑफिसर बनने का सपना देखा था और इस सपने को पूरा करने के लिए वो रोजाना नौकरी के साथ 8 घंटे की पढ़ाई भी करते थे। IAS ऑफिसर बनकर वो समाज की सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं इस पद का उपयोग जनहित की भलाई के लिए करूंगा। 

चाचा सोनीपत डीसी

बता दें कि अभिनव सिवाच के पिता सतबीर सिवाच गुरुग्राम में DETC से रिटायर्ड हैं, जबकि उनके रिश्ते में चाचा ललित सिवाच सोनीपत DC हैं। उनकी बहन निधि सिवाच ज्यूडिशियल सर्विस में फरीदाबाद में हैं।

प्राइवेट नौकरी से करियर की शुरुआत

अभिनव सिवाच ने बताया कि उन्होंने साल 2018 में बीटेक और MBA करने के बाद कोलकाता की एक मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर सलाहकार अपने करियर की शुरुआत की थी। इस कंपनी में वे सालाना 35 लाख रुपए के पैकेज पर थे। करीब चार साल पहले UPSC की तैयारी के लिए उन्होंने इस नौकरी को छोड़ दिया था।

हालांकि फतेहाबाद जिले से पहले भी IAS और IPS अधिकारी निकल चुके हैं लेकिन अभी तक इतने ऊंचे रैंक के साथ इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता किसी को हासिल नहीं हुई थी। अभिनव सिवाच ने यह इतिहास रचते हुए UPSC के तीसरे प्रयास में इस सफलता को हासिल कर दिखाया है। 

अभी शादी नहीं, पहले नौकरी पर फोकस

अभिवन ने कहा कि अभी IAS बना हूं। पहले ट्रेनिंग होगी और फिर नौकरी पर पूरा फोकस करना है। उसके बाद आने वाले दो से तीन साल बाद शादी करूंगा।