DSP Priya Singh : दादा एसएचओ, पापा इंस्पेक्टर, अब बेटी DSP बन कर रही देश की सेवा, आयकर विभाग में नौकरी छोड़ बनी अफसर, जानिए कैसे? 

परीक्षा चाहे कोई भी हो उसे पास करने करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है। UPSC जैसी परीक्षा को पास करना तो सबसे मुश्किल होता है लेकिन फिर भी कई ऐसी महान हस्तियां होती है जो इसे पास कर लेती है
 

DSP Priya Singh :  परीक्षा चाहे कोई भी हो उसे पास करने करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है। UPSC जैसी परीक्षा को पास करना तो सबसे मुश्किल होता है लेकिन फिर भी कई ऐसी महान हस्तियां होती है जो इसे पास कर लेती है और एक बड़ा मुकाम हासिल लेती हैं। 

आज हम आपको एक ऐसी ही सख्श की कहानी बताने जा रहे हैं जो एक महिला डीएसपी है। इनके परिवार में केवल यही महिला ही नहीं बल्कि पूरा परिवार देश सेवा कर चूका है है। जी हां इस महिला के दादा एसएचओ थे। फिर इनके पिता इंस्पेक्टर बने।  इसके बाद अब बेटी ने डीएसपी अफसर बनकर अपने खानदान का नाम रोशन किया। 

बता दें कि इस महिला ने अफसर बनने के लिए आयकर विभाग की नौकरी छोड़ दी थी। ये महिला अफसर कोई और नहीं बल्कि DSP प्रिया सिंह। प्रिया 2018 बैच की पीपीएस अफसर हैं। वर्तमान में वह कानपुर देहात में डीएसपी के पद पर तैनात हैं। इसके साथ ही प्रिया उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की रहने वाली हैं। बताया जा रहा है कि इस महिला के पिता भी इंस्पेक्टर है। वह मथुरा में इंस्पेक्टर पद पर तैनात हैं। 

यही नहीं इनके दादा भी पुलिस विभाग में अपनी सेवा दे चुके हैं। वह एसएचओ पद से रिटायर्ड हैं। बता दें कि इस अफसर की स्कूलिंग बरेली शहर से हुई है।  इसके बाद उन्होंने मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से बीएससी में ग्रेजुएशन किया। वहीं उन्होंने फिजिक्स में एमएससी की डिग्री हासिल की है। 

यह अफसर शुरू ही पढ़ाई करने में बेहद होशियार है आप इस बात का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि पीसीएस जैसी कठिन परीक्षा उन्होंने 2-2 बार क्वालीफाई की है। उन्होंने साल 2017 में अपने पहले ही प्रयास में यूपी पीसीएस परीक्षा क्लियर कर ली थी। तब उनका चयन आयकर विभाग में हुआ। लेकिन उन्होंने फिर से परीक्षा देने का निर्णय लिया। 

इसके बाद  2018 में उन्होंने वापस परीक्षा क्लियर कर ली और इस बार उनका चयन डीएसपी के पद पर हुआ। वह बताती है है कि परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने उन विषयों पर ज्यादा फोकस किया, जो उन्हें आसान लगते थे।  इससे उन्हें ज्यादा स्कोर करने में मदद मिली।  इसके साथ ही वह रोज न्यूज़ पेपर को भी पढ़ती थी।