Haryana News: हरियाणा क्लर्कों की हड़ताल जारी , सरकार चौथी बैठक में भी मनाने में रही नाकाम 

हरियाणा में 37 दिन से हड़ताल पर चले रहे हरियाणा क्लर्कों  को सरकार चौथी बैठक में भी मनाने में नाकाम रही। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ बृहस्पतिवार को बैठक के बावजूद लिपिकों को 35 हजार 400 रुपये वेतनमान पर गतिरोध बरकरार रहा।
 

Haryana News: हरियाणा में 37 दिन से हड़ताल पर चले रहे हरियाणा क्लर्कों  को सरकार चौथी बैठक में भी मनाने में नाकाम रही। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ बृहस्पतिवार को बैठक के बावजूद लिपिकों को 35 हजार 400 रुपये वेतनमान पर गतिरोध बरकरार रहा।

हालांकि मुख्यमंत्री ने हरियाणा क्लर्कों को अलग से कुछ भत्ते देने की बात कही है, जिसके लिए वित्त विभाग के अधिकारियों की राय ली जाएगी। बैठक में सरकार की ओर से लिपिकों को 25 हजार रुपये बेसिक वेतन देने का प्रस्ताव भी दिया गया, लेकिन लिपिक एसोसिएशन 35 हजार 400 रुपये वेतनमान देने की मांग पर अड़ी रही।

नहीं हुई हड़ताल खत्म 

देर रात तक बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया। सरकार ने अब लिपिकों को अगले चरण की वार्ता के लिए 16 या 17 अगस्त को फिर बुलाने की बात कही है। तब तक लिपिकों ने हड़ताल जारी रखने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री निवास के अधिकारी हड़ताली लिपिकों के साथ 13 जुलाई, 21 जुलाई और 26 जुलाई को बैठक कर चुके हैं, लेकिन हड़ताल को खत्म करवाने में नाकाम रहे।

 बेसिक वेतन देने को तैयार

इसके बाद मुख्यमंत्री ने अब खुद मोर्चा संभाला है। लिपिक एसोसिएशन के प्रधान विक्रांत तंवर और संगठन सचिव नेत्रपाल सहित अन्य पदाधिकारी बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे ही बातचीत के लिए पहुंच गए थे।  मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि 35 हजार 400 रुपये वेतनमान नहीं दिया जा सकता। सरकार 25 हजार रुपये बेसिक वेतन देने को तैयार है जो पड़ोसी राज्यों में सबसे ज्यादा है। इसके बावजूद लिपिक एसोसिएशन के पदाधिकारी अपनी मांग पर अड़े रहे।

वहीं, वार्ता के चार दौर विफल रहने के बाद सरकार अब वैकल्पिक व्यवस्था करने की तैयारी में जुटी है। काम नहीं तो वेतन नहीं का नियम लागू कर चुकी प्रदेश सरकार ने हड़ताली लिपिकों के विकल्प के रूप में हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से अनुबंध पर भर्ती करने पर विचार कर रही है।