Chandigarh: स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2023 में 22वें नंबर पर चंडीगढ़, दिल्ली से भी पीछे रह गई सिटी ब्युटीफुल

 

Chandigarh News: केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के भोपाल में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2023 के पुरस्कारों की घोषणा की। 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में इंदौर पहले नंबर पर और आगरा दूसरे नंबर पर आया है। वहीं चंडीगढ़ 22वें नंबर पर रहा है। सिटी ब्यूटीफुल इस सर्वेक्षण में दिल्ली, वाराणसी, सूरत, मेरठ जैसे शहरों से भी पीछे है।

10 लाख आबादी



सर्वेक्षण में तीन से 10 लाख आबादी श्रेणी में अमरावती प्रथम, मुरादाबाद द्वितीय, गुंटूर तृतीय और 3 लाख से कम आबादी की श्रेणी में परवाणु प्रथम, काला अंब द्वितीय और अंगुल तृतीय रहे हैं। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय 2019 से भारत में शहर और क्षेत्रीय पैमाने पर वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए कार्यों को रेखांकित करते हुए एक राष्ट्रीय स्तर की रणनीति के रूप में एक राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) को लागू कर रहा है। 
अंतर्गत 31 शहरों को चिन्हित किया गया


कार्यक्रम के अंतर्गत 31 शहरों को चिन्हित किया गया है। इसमें चंडीगढ़ भी है, क्योंकि शहर में वायु गुणवत्ता पैरामीटर विशेष रूप से पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर अनुमेय सीमा से ऊपर है। कार्यक्रम को लागू करने के लिए चंडीगढ़ में कई हितधारक विभाग हैं, जिनमें सीपीसीसी, नगर निगम, राज्य परिवहन प्राधिकरण, शहरी नियोजन विभाग, सीटीयू, चंडीगढ़ यातायात पुलिस, वन और वन्यजीव विभाग, प्रशासन इंजीनियरिंग विभाग आदि शामिल हैं। नगर निगम की आयुक्त आनिंदिता मित्रा ने कहा कि एनसीएपी को लागू करने के लिए सीपीसीसी नोडल एजेंसी है। हालांकि, कुछ प्रोजेक्ट्स के लिए निगम को सीपीसीसी से फंड मिलते हैं, जिसका सदुपयोग किया जा रहा है।

सीपीसीसी ने फरवरी में दिए थे 1.72 करोड़

राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत चंडीगढ़ में मैकेनिकल स्ट्रीट स्वीपिंग मशीनों का उपयोग, पानी के छिड़काव, विभिन्न हिस्सों में हरियाली और पक्कीकरण गतिविधियां, सतत परिवेश वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों की स्थापना, आम जनता के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक का प्रसार, जागरूकता गतिविधियां आदि कार्यक्रम चलाए जाते हैं। 


चंडीगढ़ प्रदूषण नियंत्रण समिति ने वायु गुणवत्ता लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नगर निगम को दिसंबर 2022 में 1.72 करोड़ और 27 फरवरी 2023 को 1.72 करोड़ जारी किए थे। यह राशि मैकेनिकल स्ट्रीट स्वीपिंग मशीन और एंटी स्मॉग गन की खरीद के लिए दिए गए थे। मैकेनिकल स्ट्रीट स्वीपिंग मशीन जो मोटर द्वारा संचालित होती है और इसमें सक्शन कप होते हैं, जिसका उपयोग सड़कों और अन्य सतहों को कुशलता से साफ करने के लिए किया जाता है। वहीं, एंटी स्मॉग गन वातावरण में पार्टिकुलेट मैटर को कम करने में मदद करते हैं।