SGB 2022: सरकार बेच रही है सस्ता सोना, SBI ने बताए खरीदने के 6 बड़े फायदे
शेयर बाजार (Share Market) गिर रहा है. दुनियाभर में मंदी की आशंकाएं गहराती जा रही है. निवेशक घबराए हुए हैं. आखिर कहां करें निवेश? इन सबके बीच देश में बहुत ऐसे लोग हैं, जो रिस्क (Risk) लेना नहीं चाहते हैं, वो ऐसी जगह पैसे लगाना चाहते हैं, जहां निवेश सुरक्षित हो.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस बार गोल्ड सब्सक्रिप्शन की कीमत 5091 रुपये प्रति ग्राम तय की है. हर बार की तरह इस बार भी ऑनलाइन आवेदन करने वाले निवेशकों को बॉन्ड की तय कीमत पर प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट दी जाएगी. इस बीच देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) ने निवेशकों के इसके 6 फायदे गिनाए हैं.
गौरतलब है कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना में गोल्ड की कीमत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से तय की जाती है. बॉन्ड के तौर पर आप सोने में न्यूनतम एक ग्राम और अधिकतम चार किलो तक निवेश कर सकते हैं. इसपर टैक्स भी छूट मिलती है.
गोल्ड बॉन्ड में किसी तरह की धोखाधड़ी और अशुद्धता की संभावना नहीं होती है. ये बॉन्ड्स 8 साल के बाद मैच्योर होंगे. मतलब साफ है कि 8 साल के बाद भुनाकर इससे पैसा निकाला जा सकता है. यहीं नहीं, पांच साल के बाद इससे बाहर निकलने का विकल्प भी होता है.
कितना खरीद सकते हैं सोना
आरबीआई भारत सरकार की तरफ से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करता है. इस बॉन्ड में निवेश एक ग्राम के गुणकों में किया जाता है, जिसकी अधिकतम सीमा एक व्यक्ति के लिए एक साल में 500 ग्राम है. वहीं हिन्दू संयुक्त परिवार एक साल के दौरान अधिकतम 4 किलोग्राम सोने की कीमत के बराबर तक का बॉन्ड खरीद सकते हैं. ट्रस्ट और वित्तीय वर्ष के समान इकाइयों के मामले में निवेश की ऊपरी सीमा 20 किलोग्राम है.
कहां से खरीदें
इसे खरीदने के लिए आपको अपने बैंक, BSE, NSE की वेबसाइट या डाकघर से संपर्क करना होगा. यह एक तरह का सिक्योर निवेश है क्योंकि न तो प्योरिटी की चिंता रहती है और न ही सिक्योरिटी का झंझट है. इस योजना की शुरुआत नवंबर 2015 में हुई थी. इसका मकसद भौतिक रूप से सोने की मांग में कमी लाना और सोने की खरीद में घरेलू बचत का इस्तेमाल वित्तीय बचत में करना है.