हरियाणा CET पास अभ्यार्थियों के लिए जरूरी सुचना, HSSC के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने किया इस चीज में बदलाव, जल्दी देखिए

 

 हरियाणा में ग्रुप सी पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही है. HSSC ऐसे उम्मीदवारों को प्रोविजनल मानेगा जिन्होंने अपने आर्थिक सामाजिक मानदंड के अंक कंफर्म नहीं किये.

आयोग की तरफ से नोटिस जारी किया गया है और सभी आवेदकों को कहा गया है कि वह अपने सामाजिक आर्थिक मानदंड के अंक जरूर कंफर्म करें. एचएसएससी के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी का कहना है कि उन उम्मीदवारों के सीईटी स्कोर में सामाजिक आर्थिक मानदंड के अंक जोड़े गए हैं जिन्होंने इनके लिए दावा किया था.


जरूर कंफर्म करें सामाजिक आर्थिक मानदंड के अंक(HSSC )

रिजल्ट जारी होने के बाद आयोग ने नोटिस जारी कर यह भी कहा था कि उम्मीदवार अपनी कैटेगरी और सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंक जरूर वेरीफाई करें. इस मामले में आयोग ने पांच नोटिस जारी किए थे. अध्यक्ष ने बताया कि शुरू के दो नोटिस ईडब्ल्यूएस और सामाजिक आर्थिक मानदंड वालों के लिए थे लेकिन बाद के तीन नोटिस सभी उम्मीदवारों के लिए थे. 

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि सीईटी में पास लगभग 3.57 लाख उम्मीदवारों में से 2,08,469 ने सामाजिक- आर्थिक मानदंड के अंक क्लेम किए थे. लेकिन आयोग के नोटिस जारी करने के बावजूद लगभग एक लाख उम्मीदवारों ने ही इन अंकों को कन्फर्म किया.


शेष 1.68 लाख उम्मीदवारों ने कन्फर्म नहीं किया, इसलिए आयोग ने उम्मीदवारों के पक्ष में सोचते हुए फैसला किया कि ग्रुप सी पद के लिए सभी उम्मीदवारों को कैटेगरी अनुसार आवेदन करने का मौका मिले.

मगर जिन उम्मीदवारों ने कन्फर्म नहीं किए, उन्हें प्रोविजनल माना जाएगा. (HSSC )यानी उनके CET परीक्षा में प्राप्त अंक तो कन्फर्म है मगर सीईटी स्कोर में सामाजिक-आर्थिक मानदंड के जो अंक जुड़े हैं, उन्हें प्रोवीजनल समझा जाएगा.

इसलिए कैटेगरी अनुसार जब चार गुना उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा तो इन प्रोवीजनल उम्मीदवारों में से जितने भी चार गुना में आएंगे उन्हें प्रोवीजनल ही रखा जाएगा.

बाद में चेक होंगे संबंधित दस्तावेज(HSSC CET)

उनके संबंधित दस्तावेज बाद में चेक होंगे. भोपाल सिंह ने बताया कि 10418 ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन्होंने अपने सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंक छोड़ दिए हैं या उनकी कैटेगरी अनुसार उन्हें ये अंक नहीं मिलने थे. 

आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने उदाहरण देते हुए बताया कि आरक्षित श्रेणी में अगर किसी के न्यूनतम अंक 38 हैं और जनरल कैटेगरी में 47.5 है तो ऐसे उम्मीदवार अपनी-अपनी कैटेगरी में आवेदन कर सकते हैं. अगर लिखित परीक्षा में नंबर ज्यादा आए तो वे अपने आप जनरल केटेगरी में चले जाएंगे अन्यथा अपनी कैटेगरी में रहेंगे. लेकिन उनके दस्तावेज जांच फिजिकली तौर पर की जाएगी.

ग्रुप सी पदों के लिए आवेदन चल रहें है. आयोग के पास ऐसी शिकायतें आई है कि उनसे गलती से आवेदन में कैटेगरी अलग भरी गई या कुछ और गलत लिखा गया क्योंकि कॉमन सर्विस सेंटरों पर भीड़ है, गलती हो सकती है. लेकिन जब वे उसे एडिट करते है तो एडिट नहीं होता है क्योंकि एडिट का ऑप्शन नहीं है. 

बाद में आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने कहा कि अगर किसी उम्मीदवार से गलती से कुछ गलत दर्ज हो गया तो ऐसे उम्मीदवार आयोग को अपनी समस्या लिखित में भेज दें. ऐसी समस्याओं पर बाद में फैसला होगा. हो सकता है कि आवेदन के लिए भी कुछ समय बढ़ा दिया जाए.