Unique School Fees : ये है भारत का अनोखा स्कूल! बच्चे फ़ीस में पैसे नहीं, बल्कि देते हैं कचरा, जानें वजह
Unique School Fees : शिक्षा हर बच्चे के लिए जरूरी है। इसी पहल को आगे बढ़ाते एक स्कूल का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें असम के गुवाहाटी स्थित इस स्कूल में फीस के तौर पर खाली प्लास्टिक की बोतलें जमा करनी पड़ती हैं।
हर हफ्ते यहां बच्चे 25 खाली पानी की बोतलें जमा करते हैं। बच्चों को पढ़ाई के साथ कारपेन्ट्री, गार्डनिंग व प्लास्टिक की बोतलों से यूनिक चीजें बनाना सिखाया जाता है। इससे बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ कमाई भी कर लेते हैं। वहीं इसी के साथ बच्चों को किताबें और स्टेशनरी का सामान भी मुफ़्त दिया जाता है।
असम के इस स्कूल में ग्रामीण इलाकों के सौ बच्चों को शिक्षा दी जाती है। पैसों की जगह यहां बच्चे 7 दिन बाद पच्चीस खाली पानी की बोतलें इकट्ठी करते हैं। बताया जाता है कि इस स्कूल को खोलने का आइडिया एक कपल को आया था, जिन्होंने इस इलाके में गंदगी का अंबार और पढ़ाई की कमी देखी थी।
परमिता और मज़ीन ने इन दोनों समस्याओं को सॉल्व करने के लिए ऐसा स्कूल खोला जहां बच्चों को पढ़ाया जाता है और फीस के तौर पर उनसे हर हफ्ते पच्चीस प्लास्टिक की बोतलें जमा करवाई जाती है।
अब आप सोच रहे होंगे कि जमा किए गए कचरे का क्या होता है, तो बता दें कि जमा किए गए प्लास्टिक कचरे को रिसाइकिल के लिए भेज दिया जाता है और जो भी पैसा उससे मिलता है, वो बच्चों की किताबें व स्टेशनरी के सामानों पर ख़र्च किया जाता है।
ये स्कूल बेहतर शिक्षा के साथ बच्चों को स्वरोजगार सिखाता है। बच्चे यहां पढ़ाई के साथ कारपेन्ट्री, गार्डनिंग और कई अन्य कलाएं सीखकर अपने पैरों पर खड़े होते हैं। असम का ये स्कूल बाकी के लिए प्रेरणा बन रहा है।