Kisan News: किसानों को मालामाल बना देगी इस टमाटर की खेती! जाने पूरी खबर
काले टमाटर में छिपे हैं अनगिनत फायदे
आपको जानकर हैरानी होगी कि काले टमाटर में ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसकी खास बात ये है कि ये महज 90 से 120 दिन में तैयार हो जाता है. इतना ही नहीं ये टमाटर पकने से पहले भी काला होता है और पकने के बाद भी अपना रंग बरकरार रखता है. हालांकि ये देखने में काला जरूर लगता है, लेकिन अंदर से लाल होता है. इसके बीज भी लाल टमाटर जैसे ही होते हैं. काले टमाटर आम टमाटरों से ज़्यादा समय तक ताज़े रहते हैं. साथ ही, अपने काले रंग और ढेर सारे पोषक तत्वों की वजह से इसका बाज़ार मूल्य भी लाल टमाटरों से ज़्यादा है. औषधीय गुणों के मामले में भी यह लाल टमाटरों से आगे निकल जाता है.
काले टमाटर की खेती कैसे करें?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि काले टमाटर की खेती के लिए गर्म जलवायु सबसे उपयुक्त मानी जाती है. इसकी खेती के लिए मिट्टी का पीएच लेवल 6 से 7 के बीच होना चाहिए. भारत के उत्तरी क्षेत्रों में कई जगहों पर इसकी खेती आसानी से की जा सकती है. कहा जाता है कि इस टमाटर में आम टमाटरों से ज़्यादा विटामिन सी पाया जाता है और इसके सेवन से कई बीमारियों से भी राहत मिलती है. किसानों के लिए सबसे अच्छी खबर यह है कि काले टमाटरों का बाज़ार भाव लाल टमाटरों से कहीं ज़्यादा है और इन दिनों इसकी मांग भी तेज़ी से बढ़ रही है. अच्छी बात यह है कि काले टमाटरों की खेती लाल टमाटरों की तरह ही की जाती है. बस थोड़े से बदलाव की ज़रूरत होती है.
काले टमाटर की खेती से भारी मुनाफ़ा
अगर मुनाफ़े की बात करें तो टमाटर की खेती में सिर्फ़ बीज का खर्च आता है. बाकी सभी खर्चे निकालने के बाद भी किसान एक एकड़ में 4-5 लाख रुपए तक कमा सकता है। वहीं अगर पैकिंग और ब्रांडिंग पर ध्यान दिया जाए तो मुनाफा और भी बढ़ जाता है। ज्यादा कमाई के लिए आप इन्हें बड़े शहरों में बेचने के लिए भेज सकते हैं। इससे आपकी आमदनी काफी अच्छी हो जाएगी।