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H3N2 virus : हरियाणा में H3N2 मामलों में तेजी, जींद में संदिग्ध मौत के बाद अलर्ट जारी, ऐसे करें इस वायरस से खुद का बचाव

हरियाणा के अंबाला, सोनीपत, पंचकुला, कैथल, जींद, रोहतक और रेवाड़ी जिलों से H3N2 के 10 मामले सामने आए हैं।
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हरियाणा में H3N2 मामलों में तेजी, जींद में संदिग्ध मौत के बाद अलर्ट जारी, ऐसे करें इस वायरस से खुद का बचाव

H3N2 virus: हरियाणा के अंबाला, सोनीपत, पंचकुला, कैथल, जींद, रोहतक और रेवाड़ी जिलों से H3N2 के 10 मामले सामने आए हैं। राज्य के अधिकारियों ने लोगों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को सलाह दी है कि वे कोविड-19 महामारी के दौरान उठाए गए एहतियाती कदमों की तरह ही एहतियाती कदम उठाएं।

एक व्यक्ति, जिसने H3N2 को अनुबंधित किया था, के बाद 10 मार्च को राज्य में मृत्यु हो गई। हरियाणा में अत्यधिक संक्रामक बीमारी के और फैलने को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। मृतक जींद का 56 वर्षीय फेफड़े का कैंसर का मरीज था, जिसने जनवरी में वायरल बीमारी के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था। 

इन्फ्लुएंजा उपप्रकार के मामले महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे अन्य राज्यों में दर्ज किए गए हैं। वायरस इन्फ्लुएंजा ए वायरस के कई उपप्रकारों में से एक है। H3N2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण अन्य प्रकार के फ्लू वायरस के समान हैं। वायरस श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है जिसके लक्षण पहले वायरस के संपर्क में आने के 48 घंटों के भीतर दिखाई देते हैं। 

राज्य के अधिकारियों ने लोगों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को सलाह दी है कि वे कोविड-19 महामारी के दौरान उठाए गए एहतियाती कदमों की तरह ही एहतियाती कदम उठाएं। इनमें सैनिटाइटर का उपयोग करना, सुरक्षित दूरी पर सोना और फेस मास्क पहनना शामिल है। 

वायरस एक संक्रमित व्यक्ति की खांसी, छींक या सांस से बूंदों को फैलाता है। ड्रॉपलेट्स डोरनॉब्स, कीबोर्ड और फोन जैसी सतहों पर भी उतर सकते हैं और वायरस फैला सकते हैं।

कोरोना से अलग है यह

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. आरएस बेदी ने बताया कि ये कोरोना से अलग है क्योंकि कोविड निचले रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट यानी श्वसन मार्ग को प्रभावित करता है। वहीं, एच3एन2 ऊपरी रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को प्रभावित करता है।

इससे बुखार, खांसी, सर्दी, गले, नाक और आंखों में लंबे समय तक जलन रहती है। डॉ. बेदी ने बताया कि दोनों के लक्षण समान हैं और यह तेजी से फैलता है।

ऐसे करें बचाव

1- नियमित तौर पर हाथ धोएं।
2- मास्क का प्रयोग करें।
3- भीड़ वाली जगह पर जाने से बचें।
4- आंख व नाक को छूने से बचें।
5- तरल पदार्थों का ज्यादा सेवन करें।
6- ताजा भोजन खाएं।
7- पानी उबाल कर पिएं।

ऐसा करना हो सकता है खतरनाक

1- हाथ मिलाने और गले मिलना।
2- काफी लोगों के साथ बैठकर एक ही स्थान पर भोजन करना।
3- सार्वजनिक स्थान पर थूकना।
4- डॉक्टर की सलाह के बिना एंटीबायोटिक व अन्य दवाई लेना।

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