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पिता दुकानदार..माता गृहणी, बेटे को इस बड़ी कंपनी में मिली 50 लाख की नौकरी

मधुर ने यूपीईएस स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस से आयल और गैस सूचना विज्ञान में विशेषज्ञता के साथ कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में बीटेक किया। पेट्रोलियम और ऊर्जा अध्ययन का यह विश्वविद्यालय देहरादून में है।

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MADHUR

इन दिनों वैसे तो परीक्षाओं के परिणाम आ रहे हैं और तमाम राज्यों के बोर्ड के टॉपर चर्चा में हैं। उनकी सफलता की इबारत देशभर के युवाओं के बीच तैर रही है। इन सबके बीच शिक्षा पूरी कर पेशेवर जीवन में प्रवेश करने वाले एक युवक की प्रेरणादायक कहानी सामने आई है। हरियाणा के इस युवक को एक बड़ी कंपनी ने पचास लाख का सालाना पैकेज दिया है।

दरअसल, यह युवक हरियाणा के अंबाला छावनी का रहने वाला है। इंडिया टुडे की एक ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक बीटेक पास आउट इस छात्र का नाम मधुर राखेजा है। मधुर को माइक्रोसॉफ्ट से 50 लाख रुपये की सालाना नौकरी की पेशकश की है। एक दुकानदार पिता और एक गृहिणी मां के बेटे ने इस नौकरी को पाने से पहले अमेजन, कॉग्निजेंट और अन्य नामी कंपनियों के प्रस्तावों को भी ठुकरा दिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक मधुर ने यूपीईएस स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस से आयल और गैस सूचना विज्ञान में विशेषज्ञता के साथ कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में बीटेक पूरा किया। पेट्रोलियम और ऊर्जा अध्ययन का यह विश्वविद्यालय देहरादून में स्थित है। मधुर कहते हैं कि मुझे हमेशा से तकनीक में दिलचस्पी रही है। तकनीक में दुनिया भर के तमाम लोगों के जीवन को बदलने और प्रभावित करने की क्षमता है। मैं हमेशा इस तरह के कुछ बड़े कामों का हिस्सा बनना चाहता था।

दरअसल, यह युवक हरियाणा के अंबाला छावनी का रहने वाला है। इंडिया टुडे की एक ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक बीटेक पास आउट इस छात्र का नाम मधुर राखेजा है। मधुर को माइक्रोसॉफ्ट से 50 लाख रुपये की सालाना नौकरी की पेशकश की है। एक दुकानदार पिता और एक गृहिणी मां के बेटे ने इस नौकरी को पाने से पहले अमेजन, कॉग्निजेंट और अन्य नामी कंपनियों के प्रस्तावों को भी ठुकरा दिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक मधुर ने यूपीईएस स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस से आयल और गैस सूचना विज्ञान में विशेषज्ञता के साथ कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में बीटेक पूरा किया। पेट्रोलियम और ऊर्जा अध्ययन का यह विश्वविद्यालय देहरादून में स्थित है। मधुर कहते हैं कि मुझे हमेशा से तकनीक में दिलचस्पी रही है। तकनीक में दुनिया भर के तमाम लोगों के जीवन को बदलने और प्रभावित करने की क्षमता है। मैं हमेशा इस तरह के कुछ बड़े कामों का हिस्सा बनना चाहता था।

उन्होंने कहा कि बहुत पहले ही किसी ने सलाह दी थी कि वह पेट्रोलियम इंजीनियरिंग की पढ़ाई करें। एडमिशन के बाद भी उनके मन में शंका था कि क्या उन्होंने सही डिग्री का चुनाव किया है या नहीं। लेकिन अब जबकि सफलता उनके कदम चूम रही है तो उन्हें अपने किए पर काफी नाज है। वे अपनी इस खुशी में अपने माता-पिता के साथ हैं।

मधुर ने यह भी बताया कि मेरे दिमाग में कंपनियों की एक लिस्ट थी जिसमें मैं चयनित होना चाहता था। माइक्रोसॉफ्ट उस सूची में था। मैंने अन्य लोगों के साक्षात्कार के अनुभवों के बारे में पढ़कर चयन प्रक्रिया के लिए तैयारी की। मधुर ने बताया कि कैंपस प्लेसमेंट के जरिए उन्हें नौकरी मिली है। माइक्रोसॉफ्ट के अलावा मधुर ने कई कंपनियों में आवेदन किया था। उधर मधुर के घर में काफी खुशी का माहौल है। उनके परिवार के लोग और उनके रिश्तेदार मिठाइयां बांट रहे हैं।

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