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HSSC CET Mains में अगर लेना है 5 नंबरों का फायदा, तो करवा लें ये काम

हरियाणा में ग्रुप सी व डी की नौकरियों में 5 अंक का लाभ लेने से पहले ही सीईटी पास युवाओं को एक और परीक्षा से गुजरना पड़ रहा है। 
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HSSC CET Mains में अगर लेना है 5 नंबरों का फायदा, तो करवा लें ये काम

HSSC CET Mains : हरियाणा में ग्रुप सी व डी की नौकरियों में 5 अंक का लाभ लेने से पहले ही सीईटी पास युवाओं को एक और परीक्षा से गुजरना पड़ रहा है। 

दरअसल सरकार की ओर से नौकरियों में उन आवेदकों को ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा, जिसके घर में कोई नौकरी नहीं है या फिर परिवार का सालाना आमदनी 1 लाख 80 हजार रुपए से कम है। 

ऐसे में युवा नो जॉब सर्टिफिकेट बनवाने और पीपीपी में आमदनी कम कराने के लिए तहसीलों व क्रीड विभाग कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं।

सीएससी से रिक्वेस्ट डालने के बावजूद उनकी इनकम कम नहीं हो पा रही है। 

संबंधित कर्मचारियों का कहना है कि ज्यादातर लोग अधिक आमदनी होने के बावजूद भी कम आमदनी कराने की रिक्वेस्ट डाल रहे हैं जो वेरिफिकेशन में स्पष्ट सामने आती है। 

किसी का बिजली बिल ज्यादा मिलता है तो कोई सालाना 1.80 लाख से अधिक आमदनी वाला मिलता है।

नो जॉब सर्टिफिकेट बनाने के लिए सीएससी आदि से फार्म निकलवाकर ग्रामीण युवाओं को पहले गांव के सरपंच/नंबरदार, पटवारी और फिर तहसीलदार के हस्ताक्षर कराने पड़ते हैं। 

युवाओं की मानें तो ज्यादातर पटवारी फील्ड में होने की बात कहते हैं और कई बार तो खेतों में निशानदेही करने गए होने की सूचना मिलती है। 
ऐसे में कई युवा तो पटवारी के पास ही खेतों में जाकर दस्तखत कराने को मजबूर हैं।

कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट यानि सीईटी उत्तीर्ण करने वाले जिला के युवक युवतियां 26 अप्रैल से नो जॉब सर्टिफिकेट बनवाने के लिए जद्दोजहद में जुटे हैं। 

शुरुआत के दिनों में पोर्टल से फार्म ही अपलोड नहीं हो रहा था। अब रोजाना तहसीलों में भीड़ उमड़ रही है। 

जींद व नरवाना की तहसीलों में रोजाना 500 से ज्यादा युवा पहुंच रहे हैं।

अधिकारियों के मुताबिक अब तक जिला में करीब 10 हजार से अधिक युवा यह सर्टिफिकेट बनवा चुके हैं। 

इकॉनोमिक वीकर सेक्शन व पिता की मृत्यु होने के चलते भी काफी युवा सर्टिफिकेट बनवाने वालों में शामिल हो रहे हैं। 

शुक्रवार को आखिरी दिन भी काफी भीड़ होने की उम्मीद है।

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