Tricity Project: पंजाब ने किया ट्राइसिटी मेट्रो प्रोजेक्ट का पेमेंट, हरियाणा अभी पीछे....जानिए क्या है इसके पीछे का कारण
Tricity Project: ट्राइसिटी प्रोजेक्ट में अब कहा जा रहा है कि पंजाब हरियाणा से आगे निकल गया है। क्योकि इस ट्राइसिटी प्रोजेक्ट में लगने वाले अपने हिस्से का भुगतान 1.37 करोड़ रुपए पंजाब ने कर दिया है। लेकिन वही हरियाणा अभी अभी तक अपने हिस्से का भुगतान नहीं कर पाया है।
तीनों शहरों मोहाली-चंडीगढ़-पंचकूला के लिए यह मेट्रो प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण हैं इसकी कुल लागत 10,570 करोड़ रुपए है, जिसमें राज्य, केंद्र और एक ऋण देने वाली एजेंसी लागत को शेयर करेगी। प्रोजेक्ट का पहला चरण 66 से 77 KM तक बढ़ाया गया है।
2027 से हो सकता है इसका शुभारंभ
जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट की 2027 में शुरू होने की उम्मीद की जा रही है। साथ ही आपको बता दें इस प्रोजेक्ट का दूसरा चरण 2037 के बाद डेवलेप किया जाएगा।
प्रोजेक्ट की वैकल्पिक विश्लेषण रिपोर्ट (AAR) और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की तैयारी के लिए अपने हिस्से का भुगतान पहले ही कर दिया है, लेकिन UT प्रशासन हरियाणा के योगदान का अभी भी इंतजार कर रहा है। पंजाब ने 25 अगस्त को अपने हिस्से का 1.37 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया था।
कुल 40% राज्यों और केंद्र देगा ऋण
DPR तैयार करने वाली कंपनी रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विसेज (RITES) ने काम शुरू करने से पहले यूटी प्रशासन से लिखित सहमति मांगी है। आपको बता दें इस मेट्रो परियोजना में लगने वाली कुल लागत लगभग 10,570 करोड़ रुपए है, जिसमें 20% राज्यों द्वारा, 20% केंद्र द्वारा और शेष 60% ऋण देने वाली एजेंसी द्वारा भुगतान किया जाएगा।
हरियाणा सरकार नहीं ले पा रही फैसला
जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार अभी भी इस बात पर निर्णय नहीं ले पा रही है कि धनराशि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के माध्यम से दी जाए या नया मद बनाया जाए।