✅PAN Card : क्यूआर कोड वाला पैन कार्ड ला रही सरकार, 78 करोड़ पैन कार्ड बदल जाएंगे, पैन 2.0 पर सबकुछ जो जानना जरूरी
जब भारत में 78 करोड़ से ज्यादा आबादी के पास पैन कार्ड है, तो फिर नया पैन 2.0 लाने की क्या जरूरत। क्या सिर्फ क्यूआर कोड की वजह से केंद्र सरकार 1,432 करोड़ रुपए खर्च करने वाली है।
सबसे पहले जानते हैं कि पैन कार्ड क्या होता है…
परमानेंट काउंट नंबर यानी पैन कार्ड 10 अंकों का एक ऐसा नंबर होता है, जिसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जारी करता है। सभी भारतीयों के लिए पैन कार्ड बेहद जरूरी डॉक्यूमेंट है। यह पहचान पत्र के साथ वित्तीय मामलों में भी इस्तेमाल किया जाता है ।
सवाल 1: पैन 2.0 क्या है और इसे क्यों लॉन्च किया गया?
जवाब: भारतीय आयकर विभाग ने पैन कार्ड का 2.0 वर्जन लॉन्च किया है। यह पैन 1.0 का अपडेटेड वर्जन है। अभी तक 1972 में शुरू किए गए पैन कार्ड का इस्तेमाल हो रहा था, लेकिन अब पैन 2.0 का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया जाएगा। पैन 1.0 में बदलाव करते हुए पैन 2.0 लॉन्च किया गया है।
25 नवंबर (सोमवार) को केंद्र सरकार ने पैन 2.0 योजना के लिए 1,435 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया। केंद्र सरकार पैन 2.0 के जरिए सुरक्षा में सुधार करना चाहती है। इसलिए पैन 2.0 में नए और ज्यादा सिक्योर्ड टेक्नोलॉजी प्रोटोकॉल फीचर्स को जोड़ा गया है। अश्विनी वैष्णव ने बताया-
पुराने पैन कार्ड में सुरक्षा की खामियां थीं, जिससे धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे थे। किसी व्यक्ति के पैन कार्ड से उसकी आइडेंटिटी थेफ्ट यानी पहचान की चोरी भी बढ़ने लगी थी। मौजदा वक्त में पैन कार्ड को ऑपरेट करने वाले सॉफ्टवेयर 15 से 20 साल पुराने हैं। इन सॉफ्टवेयर्स की वजह से कई बार परेशानी आ जाती है। इसलिए नए पैन कार्ड में सिस्टम को डिजिटल तौर पर तैयार किया जाएगा। नए सिस्टम की मदद से पैन कार्ड यूनिवर्सल आईडी की तरह काम करेगा।
सवाल 2: पैन 2.0 में क्या नया होगा और इसके क्या फायदे होंगे?
जवाब: केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक, पैन 2.0 पुराने पैन कार्ड से पूरी तरह से अलग होगा। इसे आधार कार्ड से लिंक करके फाइनेंस और टेक्सपेयर्स के डेटा को मैनेज करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे 4 पॉइंट्स से समझते हैं...
1. पैन कार्ड का डिजिटलाइजेशन
पैन 2.0 की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका डिजिटलाइजेशन कर दिया जाएगा। आसान भाषा में कहें तो पैन 2.0 का फिजिकल कार्ड नहीं मिलेगा। इसका डिजिटल कार्ड बनेगा। इससे पैन कार्ड के फर्जीवाड़े को रोका जाएगा।
2. क्यूआर कोड का सिक्योरिटी फीचर
पैन 2.0 में क्यूआर कोड का फीचर जोड़ा गया है। इसे डिजिटल सिग्नेचर के तौर पर भी समझ सकते हैं। क्यूआर कोड में पैन कार्ड होल्डर का नाम और पैन नंबर छिपा रहेगा। इस कोड को स्मार्टफोन या किसी भी स्कैनिंग डिवाइस से स्कैन करके पैन कार्ड का वैरिफिकेशन करना आसान हो जाएगा।
3. आधार कार्ड से लिंकिंग
पैन 2.0 को आधार कार्ड से लिंक करना अनिवार्य हो जाएगा। अगर आपके पास पहले से पैन कार्ड लिंक है, तो नए इसे नए कार्ड से अपडेट करना होगा। इससे टैक्सपेयर्स की आसानी से पहचान हो सकेगी और इनकम टैक्स की चोरी को रोकने में मदद मिलेगी।
4. एडवांस्ड टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर
पैन 2.0 से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सिस्टम को बेहतर मदद मिलेगी। इससे कागजी दस्तावेजों का इस्तेमाल कम किया जाएगा और डिजिटलाइजेशन के जरिए जांच की प्रक्रिया में भी तेजी आएगी। इसका इस्तेमाल सरकारी योजनाओं, वित्तीय लेनदेन और आधिकारिक दस्तावेज के रूप में किया जाएगा।
सवाल 3: क्या पैन 2.0 के लिए नया आवेदन करना होगा और क्या ये मुफ्त रहेगा?
जवाब: अजय केडिया के मुताबिक, अगर आपके पास पहले से पैन कार्ड है तो आपको पैन 2.0 के लिए नया आवेदन करने की जरूरत नहीं है। आपको सिर्फ आधार कार्ड से पैन को लिंक करना होगा, क्योंकि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने आधार लिंकिंग को अनिवार्य कर दिया है। पैन कार्ड लिंक करने के लिए आपको इनकम टैक्स की वेबसाइट incometaxindiaefilling.gov.in पर लॉग इन करना होगा।
आप SMS के जरिए भी पैन कार्ड लिंक कर सकते हैं। इसके लिए आपके पास आधार कार्ड और पैन से लिंक मोबाइल नंबर होना चाहिए। उदाहरण के लिए आप UIDPAN<स्पेस><आधार नंबर> लिखकर 56161 पर भेज सकते हैं। इसके बाद आपका पैन कार्ड अपडेट हो जाएगा।