Haryana News: हरियाणा के स्कूलों पर आई रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, 427.53 करोड़ मिले लेकिन खर्च किए 89 करोड़
हरियाणा में इन दिनों स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं के न होने को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने हैं।
Haryana News: हरियाणा में इन दिनों स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं के न होने को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने हैं।
पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा आरोप लगा रहे हैं कि 535 लड़कियों के स्कूलों में टॉयलेट तक नहीं हैं।
शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर पूर्व सीएम के आरोपों का खंडन कर चुके हैं।
इन आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच परियोजना अनुमोदन बोर्ड (PAB) की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है।
सामने आया है कि शिक्षा विभाग स्कूलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए दी जाने वाली राशि को खर्च नहीं कर पा रहा है।
PAB के आंकड़ों को देखें तो 2022-23 में स्कूल के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विभाग को 427.53 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे,
लेकिन केवल 88.84 करोड़ रुपए (20%) का उपयोग किया गया।
इसके साथ ही शिक्षा विभाग आईटी और डिजिटलीकरण के लिए दी जाने वाली राशि का भी प्रयोग नहीं कर पा रहा है।
आईटी और डिजिटल पहल के लिए 129.73 करोड़ रुपए और आवंटित किए गए,
लेकिन बोर्ड केवल 49.27 करोड़ रुपए (38 %) ही खर्च कर सका। 2022-23 में कुल 1,618.58 करोड़ रुपए के आवंटन में से 1,014.16 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए।
वार्षिक कार्य योजना और बजट पर विचार करने के लिए पीएबी की बैठक के दौरान विभाग की प्रस्तुति में तथ्य सामने आए,
जहां केंद्र के हिस्से के 1,010.74 करोड़ रुपए के साथ 2023-24 के लिए 2,013.46 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए।
2021-22 में इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए 297.45 करोड़ रुपए के आवंटन के मुकाबले सिर्फ 24.09 करोड़ रुपए खर्च किए गए।
हाल ही में एक पोस्ट वायरल हुई थी जिसको लेकर राजनीतिक दल सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं।
इसके बाद शिक्षा विभाग की ओर से इसको लेकर सफाई दी गई थी, जिसमें कहा गया था कि हरियाणा के 14,281 स्कूलों में से 131 में पीने के पानी की सुविधा नहीं है,
236 में बिजली और 535 लड़कियों सहित 1,585 स्कूलों में शौचालयों का निर्माण करने की आवश्यकता है।