Haryana News: हरियाणा सरकार का मास्टर-मास्टरनियों का नया फरमान, ऐसे बढ़ाएं स्कूलों में बच्चों की संख्या
Haryana News: हरियाणा सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर काफी सतर्क है। बच्चों की शिक्षा को पहले की अपेक्षा बेहतर बनाने के लिए सरकार नई- नई Scheme भी ला रही है।
पिछले कुछ सालों में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या काफी घट गई है. क्योंकि अधिकतर बच्चे Private स्कूलों की तरफ रुख कर रहे हैं जबकि कुछ विद्यार्थी School आना ही छोड़ गए।
जिस कारण पहली कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या जीरो पर पहुंच गई है. सरकार इसी प्रयास में लगी है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली कक्षा के बच्चों की संख्या बढ़ाई जाए.
अब जिला शिक्षा अधिकारी की तरफ से सभी सरकारी स्कूलों के अध्यापको को निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि 1 April 2023 से शिक्षा का नया सत्र प्रारंभ हो जाएगा, इस नए सत्र में विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि की जानी चाहिए।
वैसे तो सरकार ने छोटे बच्चों को विभिन्न सुविधाएं जैसे बच्चों को किताबें, वर्दी निशुल्क उपलब्ध करवा रही है।
इसके बावजूद भी बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ने नहीं आ रहे है. बता दे कि वर्ष 2021-22 में पहली कक्षा के बच्चों की संख्या 5200 जोकि वर्ष 2022- 23 में घटकर 4745 रह गई.
सरकार की ओर से जारी आदेशानुसार अध्यापकों ने अपनी तरफ से प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या बढ़ाने के प्रयास करने शुरू कर दिए।
बच्चों के दाखिले के लिए ई-रिक्शा से मुनादी करवाई जा रही है, और पूरे गांव में पंपलेट बटवाए जा रहे है. जबकि अध्यापक स्वयं घर- घर जाकर बच्चों के अभिभावकों से बातचीत कर रहे हैं।
अध्यापकों के लिए प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाना काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है. इसके अलावा अध्यापकों को बच्चों का दाखिला भी Online करना होगा, ताकि पता चल सके।
इस शैक्षणिक सत्र के दौरान कितने विद्यार्थी नए आए हैं. अबकी बार इस शैक्षणिक सत्र के बच्चों की किताबे भी School में पहुंच गई है.
2022-23 में बच्चों की संख्या
कक्षा संख्या
पहली: 4745
दूसरी: 10350
तीसरी: 10250
चौथी : 10152
पांचवी: 10642
छठी : 11015
7वीं : 10691
8वीं: 9834
9वी: 10952
10वीं: 8025
11वीं: 7510
12वीं: 7806
सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों के अध्यापकों को आदेश जारी किए है. आदेश में कहा गया है कि पहली कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाएं और जो बच्चे बीच में Drop Out कर चुके हैं, उनके Parents से बातचीत करें और उनका वापस स्कूलों में दाखिला करवाए